विपक्ष हुआ पीएम के संबोधन पर हमलावर, सीएम ममता और AAP ने लगाए ये आरोप

 विपक्ष हुआ पीएम के संबोधन पर हमलावर, सीएम ममता और AAP ने लगाए ये आरोप
नई दिल्ली। पीएम मोदी के जीएसटी सुधारों को बचत उत्सव बताने पर विपक्ष हमलावर हो गया है। आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी अपने चरम पर पहुंच गई है। ममता बनर्जी ने कहा कि दरों में कटौती का सुझाव राज्यों ने दिया था, फिर केंद्र श्रेय क्यों ले रहा है? वहीं आप सांसद संजय सिंह ने पूछा अगर टैक्स कम करना सही था, तो जनता पर आठ साल तक बोझ क्यों डाला गया?
आइए जानते है किसने क्या कहा?
देश की सियासत में बयानबाजी का बाजार गर्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने रविवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों को बचत उत्सव बताया। साथ ही इसको लेकर कई अहम बातें भी कही। अब ऐसे में पीएम मोदी के इस संबोधन पर देश की सियासत में बयानबाजी का बाजार गर्म हो गया है। आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति अपने चरम पर पहुंच गई है। कांग्रेस के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के द्वारा जीएसटी सुधार को बचत उत्सव बताने पर श्रेय लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये कदम राज्य सरकारों की पहल पर उठाया गया, लेकिन अब केंद्र इसे अपनी उपलब्धि के रूप में पेश कर रहा है।
पीएम मोदी पर श्रेय लेने का आरोप
ममता बनर्जी ने कहा कि हम जीएसटी दरों में कटौती से खुश हैं, भले ही इससे हमें 20,000 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। लेकिन ये कहां तक सही है कि पीएम मोदी इसका पूरा श्रेय ले रहे हैं? ये सुझाव तो हमने ही दिया था। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में राज्य की ओर से दरों में कटौती का सुझाव दिया गया था, जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं।
कांग्रेस ने PM मोदी को घेरा
संजय सिंह बोले- आठ साल तक टैक्स का बोझ क्यों डाला गया? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जीएसटी सुधारों पर राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। संजय सिंह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी जीएसटी के नाम पर तारीफ मांग रहे थे। जब 2017 में जीएसटी लागू हुआ था, तब देश की जनता को बताया गया था कि ये अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा क्रांतिकारी बदलाव है।
करोड़ों रुपये टैक्स के नाम पर वसूले गए
उन्होंने आगे कहा कि लेकिन पिछले 8 साल में देश की जनता से करोड़ों रुपये टैक्स के नाम पर वसूले गए। अब सवाल ये है कि अगर आज टैक्स घटाना जरूरी था, तो फिर आठ साल तक लोगों पर टैक्स का बोझ क्यों डाला गया? इसके साथ ही संजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि पहले लोगों से अत्यधिक टैक्स लेकर सरकार ने उन पर बोझ डाला और अब उसी पर अपनी पीठ थपथपाई जा रही है।