GST स्लैब में बदलाव से ऑटो सेक्टर को फायदा, त्यौहार पर बाजार में आएगा बूम

 GST स्लैब में बदलाव से ऑटो सेक्टर को फायदा, त्यौहार पर बाजार में आएगा बूम
नई दिल्ली। GST 2.0 भारतीय वाहन निर्माता उपभोग करों में कटौती के सरकार के कदम के सबसे बड़े लाभार्थी के तौर पर उभरे हैं तथा मजबूत मांग की उम्मीद से उनके लाभ की संभावना बढ़ गई है।
निफ्टी ऑटो इंडेक्स (जो 15 ऑटो कंपनियों को ट्रैक करता है) ने 15 अगस्त से बाजार पूंजीकरण में करीब 3 लाख करोड़ रुपये (34 अरब डॉलर) जोड़े हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार एक दशक में सबसे बड़ी कटौती के साथ वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) को कम करने की सरकार की योजना की घोषणा की थी।
सूचकांक में 12.7 फीसदी की उछाल
जीएसटी में बदलाव की घोषणा से सूचकांक में 12.7 फीसदी की उछाल आई है, जो इसी अवधि में निफ्टी 50 में हुई 1 फीसदी की बढ़त से कहीं ज्यादा है। अमेरिका की तरफ से भारत के निर्यात पर 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने से (जो एशिया में सबसे ज्यादा है) कुल मिलाकर बाजार की धारणा प्रभावित हुई।
कार पर कितना होगा फायदा
इस महीने की शुरुआत में जीएसटी परिषद ने उन प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया, जिनसे रोज़मर्रा के इस्तेमाल की ज्यादातर वस्तुओं पर कर कम हो जाएंगे। सरकार ने ज्यादातर यात्री वाहन श्रेणियों पर जीएसटी को 31 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया है, जिससे अगले महीने भारत के महत्वपूर्ण त्योहारी सीजन से पहले लाखों लोगों के लिए कारें और बाइक ज्यादा किफायती हो जाएंगी। त्योहारी सीजन सालाना ऑटो बिक्री में करीब एक-चौथाई का योगदान करता है। बाजार कीमत के हिसाब से देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया का शेयर 14 अगस्त से अब तक 19 फीसदी बढ़ा है।