एससीओ सम्मेलन में बोले पीएम मोदी… संप्रभुता का सम्मान जरूरी
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- September 1, 2025
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तियानजिन। चीन के तियानजिन में आज शंघाई सहयोग संगठन का शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। चीन राष्ट्रपति जिनपिंग ने अपने संबोधन में अमेरिका के आधिपत्यवाद पर सख्त संदेश दिया। पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा प्रमुख तौर पर उठाया। सम्मेलन से पहले पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात करते नजर आए। सम्मेलन से इतर भी पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात होगी।
‘एससीओ के सदस्य के रूप में भारत ने सकारात्मक भूमिका निभाई’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में दिए अपने संबोधन में कहा कि ‘मुझे एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेकर खुशी हो रही है। मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। आज उज्बेकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है, मैं उन्हें भी बधाई देता हूं।’ पीएम मोदी ने कहा कि ‘एससीओ के सदस्य के रूप में भारत ने अत्यंत सकारात्मक भूमिका निभाई है। एससीओ के लिए भारत का दृष्टिकोण और नीति तीन महत्वपूर्ण स्तंभों पर आधारित है: एस – सुरक्षा, सी – कनेक्टिविटी और ओ – अवसर।
जिनपिंग बोले- ‘आधिपत्यवाद और सत्ता की राजनीति का विरोध करते हैं’
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, ‘हमने कानून प्रवर्तन और सुरक्षा सहयोग को लगातार बढ़ावा दिया, मतभेदों को उचित ढंग से सुलझाया, बाहरी हस्तक्षेप का स्पष्ट रूप से विरोध किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखी। हम बेल्ट एंड रोड सहयोग शुरू करने वाले पहले देश थे। हम हमेशा अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय के पक्ष में खड़े हैं, सभ्यताओं के बीच समावेशिता और आपसी सीख के हिमायती हैं, और आधिपत्यवाद और सत्ता की राजनीति का विरोध करते हैं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में दिए अपने संबोधन में कहा कि ‘मुझे एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेकर खुशी हो रही है। मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। आज उज्बेकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है, मैं उन्हें भी बधाई देता हूं।’ पीएम मोदी ने कहा कि ‘एससीओ के सदस्य के रूप में भारत ने अत्यंत सकारात्मक भूमिका निभाई है। एससीओ के लिए भारत का दृष्टिकोण और नीति तीन महत्वपूर्ण स्तंभों पर आधारित है: एस – सुरक्षा, सी – कनेक्टिविटी और ओ – अवसर।
जिनपिंग बोले- ‘आधिपत्यवाद और सत्ता की राजनीति का विरोध करते हैं’
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, ‘हमने कानून प्रवर्तन और सुरक्षा सहयोग को लगातार बढ़ावा दिया, मतभेदों को उचित ढंग से सुलझाया, बाहरी हस्तक्षेप का स्पष्ट रूप से विरोध किया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखी। हम बेल्ट एंड रोड सहयोग शुरू करने वाले पहले देश थे। हम हमेशा अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय के पक्ष में खड़े हैं, सभ्यताओं के बीच समावेशिता और आपसी सीख के हिमायती हैं, और आधिपत्यवाद और सत्ता की राजनीति का विरोध करते हैं।’