दस दिन बेहद खास! गणेश चतुर्थी से पहले इन चीजों को घर से करें बाहर, बरसेगी लक्ष्मी कृपा
- दिल्ली राष्ट्रीय हमारी संस्कृति
Political Trust
- August 22, 2025
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नई दिल्ली। इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। यह दस दिन बेहद खास होते हैं, जिसके लिए लोगों ने तैयारी करना भी शुरू कर दिया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जिन्हें गणेश चतुर्थी से पहले घर से बाहर निकाल देना चाहिए।
घर में ना रखे ये चीजें
घर में कभी टूटी-फूटी या खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इसलिए अधिक पुरानी मूर्तियों को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता। अगर ऐसी मूर्तियां आपके घर में हैं, तो उन्हें आदरपूर्वक किसी नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें।
गणपति स्थापना से पहले घर की अनावश्यक वस्तुओं को जरूर हटा देना चाहिए। बेकार पड़ा सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। इसलिए घर की साफ-सफाई के साथ पुराने और अनावश्यक सामान को भी बाहर निकाल देना चाहिए।
घर में खराब या रुकी हुई घड़ी रखना अशुभ माना जाता है। इससे घर में दरिद्रता और दुर्भाग्य का वास हो सकता है। यदि आपके घर में कोई घड़ी खराब है तो उसे तुरंत ठीक करवा लें या फिर उसे हटा दें।
गणपति पूजा के लिए बनाए गए स्थल को हमेशा स्वच्छ रखना चाहिए। पूजा के दौरान चढ़ाए गए फूल, माला और पत्ते कई दिनों तक रखना शुभ नहीं माना जाता है। पूजा स्थल की नियमित सफाई करने और उसे पवित्र बनाए रखने से बप्पा की कृपा प्राप्त होती है और पूजा में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती।
घर में कभी टूटी-फूटी या खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इसलिए अधिक पुरानी मूर्तियों को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता। अगर ऐसी मूर्तियां आपके घर में हैं, तो उन्हें आदरपूर्वक किसी नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें।
गणपति स्थापना से पहले घर की अनावश्यक वस्तुओं को जरूर हटा देना चाहिए। बेकार पड़ा सामान घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। इसलिए घर की साफ-सफाई के साथ पुराने और अनावश्यक सामान को भी बाहर निकाल देना चाहिए।
घर में खराब या रुकी हुई घड़ी रखना अशुभ माना जाता है। इससे घर में दरिद्रता और दुर्भाग्य का वास हो सकता है। यदि आपके घर में कोई घड़ी खराब है तो उसे तुरंत ठीक करवा लें या फिर उसे हटा दें।
गणपति पूजा के लिए बनाए गए स्थल को हमेशा स्वच्छ रखना चाहिए। पूजा के दौरान चढ़ाए गए फूल, माला और पत्ते कई दिनों तक रखना शुभ नहीं माना जाता है। पूजा स्थल की नियमित सफाई करने और उसे पवित्र बनाए रखने से बप्पा की कृपा प्राप्त होती है और पूजा में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती।