चंद्र ग्रहण : 7 सितंबर को दिखेगा ब्लड मून, भारत में इस समय रंग बदलेगा चांद
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 17, 2025
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नई दिल्ली। 7 सितंबर को इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। 7 सितंबर को चंद्र ग्रहण के दौरान चांद लाल रंग का दिखेगा, जिसे ब्लड मून कहते है। इस दौरान चांद का रंग बदल जाता है।
ऐसे नजारे का खगोल विज्ञान में रूचि रखने वालों को इंतजार रहता है। एशियाई देशों और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में 7 सितंबर का पूर्ण चंद्र ग्रहण शुरू से अंत तक देखा जा सकेगा। दुनिया के कई दूसरे हिस्सों में इस ग्रहण के कुछ चरणों की झलक लोगों को देखने के मिल सकेगी।
7 सितंबर का पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत , चीन, रूस, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और अरब देशों के रहने वाले लोगों को सबसे अच्छे से देखने को मिलेगा। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका में दिखाई नहीं देगा लेकिन अलास्का के पश्चिमी भाग में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। ब्रिटेन और पश्चिमी यूरोप में रहने वालों के लिए चंद्रमा के उदय होते ही ग्रहण का कुछ अंश देखने का मौका होगा।
भारत में चंद्र ग्रहण का समय
भारत में चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को रात 08:58 बजे शुरू होकर 8 सितंबर को 01:25 तक चलेगा। इस दौरान लाल या नारंगी रंग का चंद्रमा (ब्लड मून) रहेगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी की छाया पूरी तरह से चांद की सतह पर पड़ती है। सूर्य का प्रकाश चंद्रमा की डिस्क को रोशन करता है लेकिन बीच में पृथ्वी होने से सूर्य के प्रकाश को चंद्रमा तक पहुंचने से पहले पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है।
वायुमंडल से गुजरते हुए सूर्य का प्रकाश प्रकीर्णित होता है यानी छोटी तरंगदैर्ध्य (नीला) लंबी तरंगदैर्ध्य (लाल) की तुलना में ज्यादा होती है। इस दौरान लाल रंग की रोशनी चंद्रमा की ओर मुड़ती है। इसी कारण से चंद्र ग्रहण को ‘ब्लड मून’ कहा जाता है। इस वजह से चांद का रंग पूरी तरह बदलकर खून जैसा लगने लगता है।
पूर्ण चंद्र ग्रहण कॉर्न मून के दौरान होता है। ‘कॉर्न मून’ पूर्णिमा को दिए गए उपनामों में से एक है। 7 सितंबर 2025 की पूर्णिमा भी पूर्ण चंद्रग्रहण है। इसलिए इसे ‘कॉर्न चंद्र ग्रहण’ कहते हुए भी सुना जा सकेगा। हालांकि 7 सितंबर 2025 की पूर्णिमा अलग दिखाई देगी, क्योंकि यह पूर्ण चंद्रग्रहण से गुजर रही है।
7 सितंबर का पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत , चीन, रूस, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और अरब देशों के रहने वाले लोगों को सबसे अच्छे से देखने को मिलेगा। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका में दिखाई नहीं देगा लेकिन अलास्का के पश्चिमी भाग में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। ब्रिटेन और पश्चिमी यूरोप में रहने वालों के लिए चंद्रमा के उदय होते ही ग्रहण का कुछ अंश देखने का मौका होगा।
भारत में चंद्र ग्रहण का समय
भारत में चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को रात 08:58 बजे शुरू होकर 8 सितंबर को 01:25 तक चलेगा। इस दौरान लाल या नारंगी रंग का चंद्रमा (ब्लड मून) रहेगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी की छाया पूरी तरह से चांद की सतह पर पड़ती है। सूर्य का प्रकाश चंद्रमा की डिस्क को रोशन करता है लेकिन बीच में पृथ्वी होने से सूर्य के प्रकाश को चंद्रमा तक पहुंचने से पहले पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है।
वायुमंडल से गुजरते हुए सूर्य का प्रकाश प्रकीर्णित होता है यानी छोटी तरंगदैर्ध्य (नीला) लंबी तरंगदैर्ध्य (लाल) की तुलना में ज्यादा होती है। इस दौरान लाल रंग की रोशनी चंद्रमा की ओर मुड़ती है। इसी कारण से चंद्र ग्रहण को ‘ब्लड मून’ कहा जाता है। इस वजह से चांद का रंग पूरी तरह बदलकर खून जैसा लगने लगता है।
पूर्ण चंद्र ग्रहण कॉर्न मून के दौरान होता है। ‘कॉर्न मून’ पूर्णिमा को दिए गए उपनामों में से एक है। 7 सितंबर 2025 की पूर्णिमा भी पूर्ण चंद्रग्रहण है। इसलिए इसे ‘कॉर्न चंद्र ग्रहण’ कहते हुए भी सुना जा सकेगा। हालांकि 7 सितंबर 2025 की पूर्णिमा अलग दिखाई देगी, क्योंकि यह पूर्ण चंद्रग्रहण से गुजर रही है।