SIR के विरोध में आज से राहुल-तेजस्वी की वोटर अधिकार यात्रा, 16 दिन, 25 जिले, 1300 KM
- बिहार राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- August 17, 2025
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पटना। कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव विशेष बिहार में गहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में वोटर अधिकार यात्रा शुरू कर रहे हैं। यह यात्रा आज बिहार के सासाराम से शुरू होकर 25 जिलों से गुजरेगी और पटना में समाप्त होगी। यात्रा का उद्देश्य महागठबंधन के जनाधार को मजबूत करना है। तेजस्वी ने यात्रा के लिए एक अभियान गीत भी जारी किया है।
25 जिलों की परिक्रमा कर पटना पहुंचेगी यात्रा
यह यात्रा सासाराम से शुरू होगी और 16 दिनों के भीतर 25 जिलों की परिक्रमा कर पटना पहुंचेगी। एक सितंबर को पटना के गांधी मैदान मेंं रैली के साथ इसका समापन होगा।
इस दौरान राहुल-तेजस्वी का प्रयास अपनी संभावनाओं की जमीन पर जनमत को रिझाने का हाेगा। SIR एक शानदार मुद्दा मिला हुआ है, इसलिए एक बार फिर उन क्षेत्रों में अपने जनाधार को जाग्रत किया जा रहा, जहां विधानसभा के पिछले चुनाव के साथ लोकसभा के हालिया चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा था।
महागठबंधन के सभी घटक दलों का सहयोग
इस यात्रा में भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य सहित महागठबंधन के सभी घटक दलों के बड़े नेता सहभागी होंगे। 16 दिनों की इस यात्रा में तीन दिन ब्रेक (20, 25, 31 अगस्त) है। उन तीन तारीखों पर राहुल बिहार से बाहर रहेंगे। यात्रा के बाकी दिन वे संभवत: बिहार मेंं ही रहेंगे। यानी कि लगभग 13 दिन वे बिहार में प्रवास करने वाले हैं।
राहुल की राजनीति मेंं लगातार इतने दिनों तक बिहार में रहने का यह पहला उदाहरण होगा। महागठबंधन के लिए बिहार चुनाव के महत्व का आकलन इससे सहजता से किया जा सकता है। इसीलिए राजद और कांग्रेस ने इस यात्रा की सफलता के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है।
तेजस्वी ने यात्रा के लिए अभियान गीत भी लांच कर दिया है। उसमें तेजस्वी के नेतृत्व मेंं बिहार विजय की कामना को लयबद्ध किया गया है।
16 दिनों की इस यात्रा में राहुल-तेजस्वी दक्षिण बिहार से होते हुए उत्तर बिहार का परिभ्रमण करेंंगे और समापन पर राजधानी में एक मंच से जीत की हुंकार भरेंगे। तब तक वे 25 जिलों में 1300 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके होंगे।
उनके साथ चलने वाले जत्थे SIR के साथ दूसरे मुद्दे पर भी जनता के विचार से अवगत होते रहेंगे। जनहित के साथ महागठबंधन के लाभ की बातें हुईं तो साझा संकल्प-पत्र में उन्हें स्थान दिया जाएगा।
इन जिलों से गुजरेगी यात्रा
रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपलागंज, सिवान, सारण, भोजपुर, पटना।
यह यात्रा सासाराम से शुरू होगी और 16 दिनों के भीतर 25 जिलों की परिक्रमा कर पटना पहुंचेगी। एक सितंबर को पटना के गांधी मैदान मेंं रैली के साथ इसका समापन होगा।
इस दौरान राहुल-तेजस्वी का प्रयास अपनी संभावनाओं की जमीन पर जनमत को रिझाने का हाेगा। SIR एक शानदार मुद्दा मिला हुआ है, इसलिए एक बार फिर उन क्षेत्रों में अपने जनाधार को जाग्रत किया जा रहा, जहां विधानसभा के पिछले चुनाव के साथ लोकसभा के हालिया चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा था।
महागठबंधन के सभी घटक दलों का सहयोग
इस यात्रा में भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य सहित महागठबंधन के सभी घटक दलों के बड़े नेता सहभागी होंगे। 16 दिनों की इस यात्रा में तीन दिन ब्रेक (20, 25, 31 अगस्त) है। उन तीन तारीखों पर राहुल बिहार से बाहर रहेंगे। यात्रा के बाकी दिन वे संभवत: बिहार मेंं ही रहेंगे। यानी कि लगभग 13 दिन वे बिहार में प्रवास करने वाले हैं।
राहुल की राजनीति मेंं लगातार इतने दिनों तक बिहार में रहने का यह पहला उदाहरण होगा। महागठबंधन के लिए बिहार चुनाव के महत्व का आकलन इससे सहजता से किया जा सकता है। इसीलिए राजद और कांग्रेस ने इस यात्रा की सफलता के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है।
तेजस्वी ने यात्रा के लिए अभियान गीत भी लांच कर दिया है। उसमें तेजस्वी के नेतृत्व मेंं बिहार विजय की कामना को लयबद्ध किया गया है।
16 दिनों की इस यात्रा में राहुल-तेजस्वी दक्षिण बिहार से होते हुए उत्तर बिहार का परिभ्रमण करेंंगे और समापन पर राजधानी में एक मंच से जीत की हुंकार भरेंगे। तब तक वे 25 जिलों में 1300 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके होंगे।
उनके साथ चलने वाले जत्थे SIR के साथ दूसरे मुद्दे पर भी जनता के विचार से अवगत होते रहेंगे। जनहित के साथ महागठबंधन के लाभ की बातें हुईं तो साझा संकल्प-पत्र में उन्हें स्थान दिया जाएगा।
इन जिलों से गुजरेगी यात्रा
रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपलागंज, सिवान, सारण, भोजपुर, पटना।