रक्षाबंधन पर मेट्रो में बनाया नया रिकॉर्ड, यात्रियों के आंकड़ों ने उड़ा दिए होश
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 10, 2025
- 0
- 39
- 1 minute read

नई दिल्ली। इस बार रक्षाबंधन पर मेट्रो ने नया रिकॉर्ड बनाया है। रक्षाबंधन पर बहनों के अपने भाइयों के पास पहुंचने की जल्दी, परिवारों का मिलने का उत्साह और बारिश के कारण सड़क यातायात में परेशानी के कारणों ने इस बार मेट्रो को लोगों की पहली पसंद बना दिया।
रक्षाबंधन के मौके पर दिल्ली मेट्रो में यात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा। इस भीड़ ने न केवल सामान्य दिनों की यात्री संख्या को पीछे छोड़ा बल्कि डीएमआरसी के अब तक के सारे रिकॉर्ड भी तोड़ दिए। आठ अगस्त को मेट्रो में कुल 81,87,674 लोगों ने यात्रा की जो दिल्ली मेट्रो के इतिहास में एक दिन में सर्वाधिक यात्रियों का आंकड़ा है। इससे पहले 18 नवंबर 2024 को 78.67 लाख यात्रियों ने मेट्रो में सफर किया था जो उस समय का सर्वाधिक रिकॉर्ड था।
रक्षाबंधन पर बहनों के अपने भाइयों के पास पहुंचने की जल्दी, परिवारों का मिलने का उत्साह और बारिश के कारण सड़क यातायात में परेशानी इन तीनों कारणों ने इस बार मेट्रो को लोगों की पहली पसंद बना दिया। दोपहर बाद अमूमन खाली चलने वाली मेट्रो की बोगियां भी यात्रियों से खचाखच भर गईं। सबसे ज्यादा दबाव राजीव चौक, हौज खास और कालकाजी जैसे इंटरचेंज स्टेशनों पर देखने को मिला।
भीड़ को संभालने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने आठ अगस्त को 92 अतिरिक्त फेरे चलाए जबकि अगले दिन यानी नौ अगस्त को यह संख्या 455 कर दी गई। प्लेटफॉर्म से लेकर स्टेशन परिसर तक सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई ताकि यात्रियों की आवाजाही में बाधा न आए।
रक्षाबंधन पर बहनों के अपने भाइयों के पास पहुंचने की जल्दी, परिवारों का मिलने का उत्साह और बारिश के कारण सड़क यातायात में परेशानी इन तीनों कारणों ने इस बार मेट्रो को लोगों की पहली पसंद बना दिया। दोपहर बाद अमूमन खाली चलने वाली मेट्रो की बोगियां भी यात्रियों से खचाखच भर गईं। सबसे ज्यादा दबाव राजीव चौक, हौज खास और कालकाजी जैसे इंटरचेंज स्टेशनों पर देखने को मिला।
भीड़ को संभालने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने आठ अगस्त को 92 अतिरिक्त फेरे चलाए जबकि अगले दिन यानी नौ अगस्त को यह संख्या 455 कर दी गई। प्लेटफॉर्म से लेकर स्टेशन परिसर तक सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई ताकि यात्रियों की आवाजाही में बाधा न आए।