दिल्ली-देहरादून हाईवे हाईटेक सुविधाओं से होगा लैस, ट्रायल रन तेजी पर
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 6, 2025
- 0
- 55
- 1 minute read

नई दिल्ली। दिल्ली से देहरादून तक का सफर अब जल्दी और आसान होने वाला है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा बनाए जा रहे दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे के ट्रायल रन पूरा हो गया है। अब हाईवे निर्माण अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। जल्द ही इसका उपयोग आम जनता द्वारा किया जा सकेगा। एनएचएआई गाजियाबाद प्रोजेक्ट डायरेक्टर मुदित कुमार के अनुसार की इस मेगा प्रोजेक्ट से दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तीनों को ही लाभ मिलेगा।
ट्रायल रन की स्थिति
उन्होंने बताया कि दिल्ली–देहरादून हाईवे की टेस्टिंग और ट्रायल रन का कार्य तेजी से हो रहा है। हाईवे का निर्माण करीब-करीब 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। अब इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स, ब्रिज कनेक्शन, टोल इंफ्रास्ट्रक्चर और लाइटिंग का फाइनल फिटमेंट चल रहा है। ट्रायल रन में हाईवे के कुछ हिस्सों पर वाहनों को चलाकर सेफ्टी पैरामीटर्स, ब्रेकिंग पॉइंट्स और स्पीड रेस्पॉन्स को मापा जा रहा है। उन्होंने बताया कि संभावना है कि सितंबर 2025 तक ट्रायल रन पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।
एनएचएआई अधिकारी के मुताबिक “दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के ट्रायल रन में अभी तक कोई बड़ी तकनीकी खराबी नहीं पाई गई है। रेन ड्रेन सिस्टम, गार्ड रेल और राइड क्वालिटी टेस्ट में यह हाइवे अब तक पास हो चुका है।” हाइवे अपने शेड्यूल से काफी आगे बढ़ चुका है और जनता को मिलने ही वाला है।
दिल्ली–देहरादून अब केवल 2.30 घंटे में
एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने के बाद दिल्ली से देहरादून के बीच का सफर केवल 2.30 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। पहले यही दूरी तय करने में 5–6 घंटे तक लगते थे। खासकर भारी ट्रैफिक और पहाड़ी इलाकों की वजह से। ये नया हाईवे 210 किलोमीटर लंबा होगा और पूरी तरह से 6 लेन का रहेगा, जिसे आगे 8 लेन तक एक्सपेंडेबल रखा गया है।
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए सहारनपुर, सहारनपुर से हरिद्वार और फिर हरिद्वार से देहरादून तक इस हाईवे पर फ्लाईओवर, टोल फ्री ट्रांजिट, टोल प्लाज़ा, फूड प्लाज़ा, ईवी चार्जिंग स्टेशन, CCTV निगरानी, एंबुलेंस सुविधा और डिजिटल फास्ट टैग टोलिंग सिस्टम जैसी सारी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। पूरे हाइवे के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट और जानवरों के लिए अंडरपास भी बनाए जा रहे हैं।
पर्यावरण और इंफ्रास्ट्रक्चर भी इको-फ्रेंडली
एनएचएआई के अनुसार हाइवे को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए खास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। हाइवे किनारे सोलर लाइटिंग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और नॉइज़ प्रोटेक्शन बैरियर्स लगाए गए हैं। इसके अलावा सड़क के किनारे पौधरोपण और मिट्टी कटाव को रोकने की तकनीक भी अपनाई गई है।
गाजियाबाद से देहरादून और हरिद्वार जाना होगा आसान
दिल्ली-देहरादून हाईवे के पूरी तरह से तैयार हो जाने पर गाजियाबाद से देहरादून और हरिद्वार जाना काफी आसान होगा। अभी गाजियाबाद से देहरादून और हरिद्वार जाने के लिए करीब 6 घंटे का समय लगता है। दिल्ली-देहरादून हाईवे के संचालित होने से यहीं दूरी मात्र 2 घंटे में पूरी हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली–देहरादून हाईवे की टेस्टिंग और ट्रायल रन का कार्य तेजी से हो रहा है। हाईवे का निर्माण करीब-करीब 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। अब इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स, ब्रिज कनेक्शन, टोल इंफ्रास्ट्रक्चर और लाइटिंग का फाइनल फिटमेंट चल रहा है। ट्रायल रन में हाईवे के कुछ हिस्सों पर वाहनों को चलाकर सेफ्टी पैरामीटर्स, ब्रेकिंग पॉइंट्स और स्पीड रेस्पॉन्स को मापा जा रहा है। उन्होंने बताया कि संभावना है कि सितंबर 2025 तक ट्रायल रन पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।
एनएचएआई अधिकारी के मुताबिक “दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के ट्रायल रन में अभी तक कोई बड़ी तकनीकी खराबी नहीं पाई गई है। रेन ड्रेन सिस्टम, गार्ड रेल और राइड क्वालिटी टेस्ट में यह हाइवे अब तक पास हो चुका है।” हाइवे अपने शेड्यूल से काफी आगे बढ़ चुका है और जनता को मिलने ही वाला है।
दिल्ली–देहरादून अब केवल 2.30 घंटे में
एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने के बाद दिल्ली से देहरादून के बीच का सफर केवल 2.30 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। पहले यही दूरी तय करने में 5–6 घंटे तक लगते थे। खासकर भारी ट्रैफिक और पहाड़ी इलाकों की वजह से। ये नया हाईवे 210 किलोमीटर लंबा होगा और पूरी तरह से 6 लेन का रहेगा, जिसे आगे 8 लेन तक एक्सपेंडेबल रखा गया है।
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए सहारनपुर, सहारनपुर से हरिद्वार और फिर हरिद्वार से देहरादून तक इस हाईवे पर फ्लाईओवर, टोल फ्री ट्रांजिट, टोल प्लाज़ा, फूड प्लाज़ा, ईवी चार्जिंग स्टेशन, CCTV निगरानी, एंबुलेंस सुविधा और डिजिटल फास्ट टैग टोलिंग सिस्टम जैसी सारी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। पूरे हाइवे के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट और जानवरों के लिए अंडरपास भी बनाए जा रहे हैं।
पर्यावरण और इंफ्रास्ट्रक्चर भी इको-फ्रेंडली
एनएचएआई के अनुसार हाइवे को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए खास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। हाइवे किनारे सोलर लाइटिंग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और नॉइज़ प्रोटेक्शन बैरियर्स लगाए गए हैं। इसके अलावा सड़क के किनारे पौधरोपण और मिट्टी कटाव को रोकने की तकनीक भी अपनाई गई है।
गाजियाबाद से देहरादून और हरिद्वार जाना होगा आसान
दिल्ली-देहरादून हाईवे के पूरी तरह से तैयार हो जाने पर गाजियाबाद से देहरादून और हरिद्वार जाना काफी आसान होगा। अभी गाजियाबाद से देहरादून और हरिद्वार जाने के लिए करीब 6 घंटे का समय लगता है। दिल्ली-देहरादून हाईवे के संचालित होने से यहीं दूरी मात्र 2 घंटे में पूरी हो सकेगी।