नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2025 की शुरुआत से बैंकिंग प्रणाली में की गई भारी लिक्विडिटी इंफ्यूजन और प्रणाली में पर्याप्त नकदी बनाए रखने की प्रतिबद्धता, इस वर्ष संभावित 100 आधार अंक की ब्याज दर कटौती के प्रभावी तरीके से लागू होने में मदद करेंगी। फिच रेटिंग्स ने आज बुधवार को यह टिप्पणी की है।
रेटिंग्स एजेंसी के अनुसार आरबीआई ने 2025 में अब तक लगभग 5.6 लाख करोड़ रुपये(जो सिस्टम की कुल संपत्तियों का लगभग 2% है) की स्थायी फंडिंग सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद के जरिए बैंकिंग सिस्टम में डाली है। इसका परिणाम यह रहा कि मार्च 2025 से बैंकिंग प्रणाली में तरलता अधिशेष बनी हुई है। कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) में 100 आधार अंकों की कटौती करने के उसके निर्णय से चरणबद्ध तरीके से लगभग 2.7 लाख करोड़ रुपये की तरलता जारी होगी।