आरएमएल बीएससी नर्सिंग की छात्राओं ने टयूटर की बहाली रदद करने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

 आरएमएल बीएससी नर्सिंग की छात्राओं ने टयूटर की बहाली रदद करने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों ने कहा, अस्पताल प्रशासन ने मांग नहीं मानी तो भूख हड़ताल करने पर होंगी मजबूर
नई दिल्ली
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) कॉलेज ऑफ नर्सिंग की छात्राओं ने शुक्रवार को निदेशक कार्यालय के ऑफिस के सामने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कॉलेज ऑफ नर्सिंग टयूटर की बहाली रदद करने की मांग कर रही थी। प्रदर्शनकारी छात्राओं का कहना है, टयूटर पीजे सुभाषिणी द्वारा तृतीय वर्ष की छात्रा के साथ शारीरिक मारपीट और मानसिक प्रताड़ना की थी। शिकायत के बाद पूर्व निदेशक द्वारा गठीत कमेटी ने टयूटर को सस्पेंड कर दिया था। उम्मीद थी कि प्रशासन शिक्षिका के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करेगा। लेकिन यह बहुत निराशाजनक और आश्चर्यजनक है कि प्रशासन ने आदेश संख्या 64/1046, 6 जून, 2025 के तहत उपरोक्त ट्यूटर की सस्पेंशन रद्द कर दी है और उसके खिलाफ जांच प्रक्रिया भी बंद कर दी है। यह पीड़ित छात्र के लिए दुखद है और इससे कॉलेज में फिर से मनोबल और माहौल को खराब कर दिया जाएगा। इससे पहले शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डाला गया था। उसके बावजूद वर्तमान निदेशक ने टयूटर को बहाल कर दिया है। इसी के विरोध में छात्राओं ने टयूटर की बहाली को रदद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। छात्राओं का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगी।
बता दें, आरएमएल की बीएससी (आनर्स) नर्सिंग की छात्रा के साथ मारपीट का मामला सामने आया था। आरोप था कि दो अप्रैल को एक सीनियर नर्सिंग ट्यूटर ने छात्रा को अस्पताल की ड्यूटी ठीक से न निभाने के कारण काॅलेज आफिस में बुलाकर चप्पल से पीटा। शिकायत के बाद अस्पताल प्रशासन ने ट्यूटर पीजे सुभाषिनी को निलंबित कर दिया था। शिकायत में बताया गया था, घटना उस समय हुई जब सुभाषिनी ने उन्हें आफिस में बुलाकर डांटा और फिर चप्पल से मारना शुरू कर दिया। छात्राओं का कहना है, जब वह ट्यूटर के आफिस से बाहर आई, तो उसके शरीर पर चोट के निशान थे। इस संबंध में दो अप्रैल को नार्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गई थी, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई ना करने पर छात्राओं ने निदेशक आफिस के बाहर धरना शुरू कर दिया था।