रियल एस्टेट परियोजनाओं की रफ्तार भीषण गर्मी में धीमी
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- June 12, 2025
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दिल्ली। भीषण गर्मी एवं लू की चेतावनी जारी किए जाने और इन दिनों दिल्ली और आसपास के जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने के साथ रियल एस्टेट परियोजनाओं के तहत निर्माण की गति धीमी हो गई है। मजदूरों की किल्लत और उत्पादकता की रफ्तार धीमी हो जाने ने के कारण डेवलपरों को परियोजनाएं पूरी होने में देरी की आशंका सताने लगी है।
बिल्डरों का मानना है कि भीषण गर्मी के कारण निर्माण में न केवल मजदूरों की कमी ही नहीं हो गई है बल्कि उत्पादकता में भी कमी आई है। इससे निर्माण सामग्री को भी नुकसान पहुंच सकता है। भीषण गर्मी के दिनों में अक्सर निर्माण क्षेत्र में मजदूरों की कमी हो जाती है। कुछ क्षेत्रों में श्रमिकों की 20 से 50 फीसदी तक कमी हो जाती है।’
दिल्ली एनसीआर के बिल्डरों का मानना है कि भीषण गर्मी में लंबे समय तक काम करने में दिहाड़ी मजदूरों के लिए जोखिम होता है। इसलिए अक्सर परियोजना स्थल को जल्द बंद करना पड़ता है। इससे पूरी परियोजना की रफ्तार प्रभावित होती है।
रियल एस्टेट डेवलपर और निर्माण कंपनियां इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक कार्ययोजना तैयार करने के बारे में विचार कर रही हैं। इसमें परियोजना स्थल पर आवास प्रदान करना, अत्यधिक तापमान में काम करने के लिए प्रशिक्षण देना और बेहतर वेतन के साथ-साथ अन्य लाभ देना भी शामिल हैं। भीषण गर्मी से निपटने के लिए डेवलपर श्रमिकों के लिए छायादार विश्राम स्थल तैयार करने के अलावा शर्बत आदि पेय पदार्थों की व्यवस्था भी कर रहे हैं। गर्मी संबंधी जोखिम से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध करा रहे हैं।
दिल्ली एनसीआर के बिल्डरों का मानना है कि भीषण गर्मी में लंबे समय तक काम करने में दिहाड़ी मजदूरों के लिए जोखिम होता है। इसलिए अक्सर परियोजना स्थल को जल्द बंद करना पड़ता है। इससे पूरी परियोजना की रफ्तार प्रभावित होती है।
रियल एस्टेट डेवलपर और निर्माण कंपनियां इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक कार्ययोजना तैयार करने के बारे में विचार कर रही हैं। इसमें परियोजना स्थल पर आवास प्रदान करना, अत्यधिक तापमान में काम करने के लिए प्रशिक्षण देना और बेहतर वेतन के साथ-साथ अन्य लाभ देना भी शामिल हैं। भीषण गर्मी से निपटने के लिए डेवलपर श्रमिकों के लिए छायादार विश्राम स्थल तैयार करने के अलावा शर्बत आदि पेय पदार्थों की व्यवस्था भी कर रहे हैं। गर्मी संबंधी जोखिम से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध करा रहे हैं।