लॉरेंस बिश्नोई के नाम आास्ट्रेलिया से आए पार्सल ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ाई, पार्सल में तौलिया और शेवर
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- June 3, 2025
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अहमदाबाद। गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम ऑस्ट्रेलिया से एक रहस्यमयी पार्सल आया है। इस पार्सल ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी हैं। पार्सल गुजरात के फॉरेन पोस्ट ऑफिस पर पकड़ा गया है। जो राज्य में आने-जाने वाले अंतरराष्ट्रीय सामान की जांच करता है। इसके बाद से कई एजेंसियों ने इस मामले में मिलकर गहन जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस पार्सल को ‘वंदना गौर’ नाम की एक महिला के नाम से भेजा गया था, जिसका पता ऑस्ट्रेलिया में था। लेकिन शुरुआती जांच में यह पता फर्जी पाया गया। पार्सल में एक तौलिया और एक पॉवरफुल शेवर रखे हुए थे। ये सामान सामान्य नजर आते हैं, लेकिन विदेशी स्रोत से भेजे जाने के कारण सुरक्षा एजेंसियों को शक हुआ है।
जांचकर्ताओं को संदेह है कि यह पार्सल एक ‘टेस्ट रन’ हो सकता है, जिसका मकसद यह जांचना था कि क्या जेल के अंदर बिश्नोई तक कोई डिलीवरी पहुंचाई जा सकती है या नहीं। इस तरह की डिलीवरी की संभावना पर एजेंसियां विशेष रूप से सतर्क हैं, क्योंकि इससे अपराधियों को जेल के अंदर अपने नेटवर्क को सक्रिय रखने में मदद मिल सकती है।
पार्सल पर 7,000 रुपये का अंतरराष्ट्रीय डाक शुल्क
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस साधारण से पार्सल के लिए करीब 7,000 रुपये का अंतरराष्ट्रीय डाक शुल्क चुकाया गया। तौलिया और शेवर की कीमत इससे काफी कम होती है, जिससे स्पष्ट होता है कि पार्सल भेजने वाले का मकसद साधारण डिलीवरी नहीं था। इससे सुरक्षा एजेंसियों का शक और गहरा गया है कि यह पार्सल किसी बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा हो सकता है।
सूत्रों की मानें तो इससे पहले भी देश के कई अन्य राज्यों में इस तरह की संदिग्ध डिलीवरी के मामले सामने आ चुके हैं। ये घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क जेल के बाहर भी सक्रिय है और वह विभिन्न हथकंडों से अपने अपराधों को अंजाम देता रहा है।
इसी बीच, राजस्थान पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने दुबई से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक महत्वपूर्ण सदस्य आदित्य जैन को गिरफ्तार किया है। आदित्य जैन गैंग का ‘कंट्रोल रूम’ चलाने का आरोपी है। वह रंगदारी व धमकी कॉल्स के नेटवर्क का संचालन करता था और गैंग के लिए अहम भूमिका निभा रहा था।
जांचकर्ताओं को संदेह है कि यह पार्सल एक ‘टेस्ट रन’ हो सकता है, जिसका मकसद यह जांचना था कि क्या जेल के अंदर बिश्नोई तक कोई डिलीवरी पहुंचाई जा सकती है या नहीं। इस तरह की डिलीवरी की संभावना पर एजेंसियां विशेष रूप से सतर्क हैं, क्योंकि इससे अपराधियों को जेल के अंदर अपने नेटवर्क को सक्रिय रखने में मदद मिल सकती है।
पार्सल पर 7,000 रुपये का अंतरराष्ट्रीय डाक शुल्क
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस साधारण से पार्सल के लिए करीब 7,000 रुपये का अंतरराष्ट्रीय डाक शुल्क चुकाया गया। तौलिया और शेवर की कीमत इससे काफी कम होती है, जिससे स्पष्ट होता है कि पार्सल भेजने वाले का मकसद साधारण डिलीवरी नहीं था। इससे सुरक्षा एजेंसियों का शक और गहरा गया है कि यह पार्सल किसी बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा हो सकता है।
सूत्रों की मानें तो इससे पहले भी देश के कई अन्य राज्यों में इस तरह की संदिग्ध डिलीवरी के मामले सामने आ चुके हैं। ये घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क जेल के बाहर भी सक्रिय है और वह विभिन्न हथकंडों से अपने अपराधों को अंजाम देता रहा है।
इसी बीच, राजस्थान पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने दुबई से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक महत्वपूर्ण सदस्य आदित्य जैन को गिरफ्तार किया है। आदित्य जैन गैंग का ‘कंट्रोल रूम’ चलाने का आरोपी है। वह रंगदारी व धमकी कॉल्स के नेटवर्क का संचालन करता था और गैंग के लिए अहम भूमिका निभा रहा था।