यूक्रेन का रूस पर बड़ा ड्रोन हमला, तबाह कर दिया रूस के एयरबेस
- विदेश
Political Trust
- June 2, 2025
- 0
- 46
- 1 minute read

मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए तीन साल से अधिक समय हो गया है। अब यूक्रेन ने रूस में बड़ा ड्रोन हमलों को अंजाम दिया है। यूक्रेन ने 100 से अधिक ड्रोन्स के जरिए किए गए इस हमले में रूस के 40 लंबी दूरी वाले बॉम्बर विमानों को तबाह कर दिया। यह बॉम्बर विमान परमाणु बमों को ले जाने में भी सक्षम थे। यूक्रेन के इस हमले के बाद से इसे आधुनिक समय का ‘पर्ल हार्बर’ करार दिया जा रहा है। हमले में रूस का एयरबेस भी तबाह हुआ है।
बताया गया है कि यूक्रेन की तरफ से किए गए इस हमले ने रूस को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचाया है। इसे रूस के अंदर घुसकर किसी भी देश का अब तक का सबसे बड़ा हमला करार दिया जा रहा है। यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो उनके हमले में रूस के हवाई मिसाइल लॉन्चरों के 34 फीसदी बेडे़ अब तबाह हो चुके हैं। यूक्रेन ने रूस के 4000 किलोमीटर अंदर घुसकर इस हमले को अंजाम दिया। यूक्रेन के ड्रोन्स चीन के सीमा से सटे रूसी एयरबेसों पर हमला करने में सफल रहे।
इस हमले को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट किया और बताया कि हमले में 117 ड्रोन्स का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा, “यह यूक्रेन का सबसे लंबी दूरी तक अंजाम दिया गया अभियान था। रूस को काफी भारी नुकसान हुए हैं और यह उचित भी है। यूक्रेन की यह कार्रवाई इतिहास की किताबों में होगी।”
जेलेंस्की ने कहा कि रूस पर ड्रोन हमले की योजना बनाने का काम 18 महीने और 9 दिन पहले शुरू हो गया था। पूरे हमले को यूक्रेन ने स्वतंत्र तौर पर अंजाम दिया। उनके बयान से साफ है कि हमले की जानकारी अमेरिका को नहीं दी गई थी और अमेरिकी अधिकारियों को इसकी भनक भी नहीं लगी। यूक्रेन ने इस जटिल सैन्य अभियान को स्पाइडर्स वेब यानी मकड़जाल नाम दिया था। इसकी वजह थी यूक्रेन के हमलों का फैलाव, जो कि रूस में हजारों किलोमीटर की दूरी पर मौजूद पांच एयरबेस पर एक साथ अंजाम दिया गया।
इस हमले को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट किया और बताया कि हमले में 117 ड्रोन्स का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा, “यह यूक्रेन का सबसे लंबी दूरी तक अंजाम दिया गया अभियान था। रूस को काफी भारी नुकसान हुए हैं और यह उचित भी है। यूक्रेन की यह कार्रवाई इतिहास की किताबों में होगी।”
जेलेंस्की ने कहा कि रूस पर ड्रोन हमले की योजना बनाने का काम 18 महीने और 9 दिन पहले शुरू हो गया था। पूरे हमले को यूक्रेन ने स्वतंत्र तौर पर अंजाम दिया। उनके बयान से साफ है कि हमले की जानकारी अमेरिका को नहीं दी गई थी और अमेरिकी अधिकारियों को इसकी भनक भी नहीं लगी। यूक्रेन ने इस जटिल सैन्य अभियान को स्पाइडर्स वेब यानी मकड़जाल नाम दिया था। इसकी वजह थी यूक्रेन के हमलों का फैलाव, जो कि रूस में हजारों किलोमीटर की दूरी पर मौजूद पांच एयरबेस पर एक साथ अंजाम दिया गया।