वाटर फास्टिंग से पहले जान ले ये बात, कहीं फायदे की जगह होने ना लगे नुकसान

 वाटर फास्टिंग से पहले जान ले ये बात, कहीं फायदे की जगह होने ना लगे नुकसान
नई दिल्ली। वजन कम करने के लिए लोग कई तरह के प्रयास करते हैं। इसमें कसरत के साथ सही डाइट भी शामिल होती है। आजकल कीटो और कई तरह की डाइट काफी ट्रेंड में हैं। इन्हीं सब में लिक्विड डाइट भी शामिल है, जिसमें सिर्फ लिक्विड चीजों का सेवन किया जाता है। इसी की तरह एक वॉटर डाइट भी होती है।
वॉटर डाइट जैसे की नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें सिर्फ पानी पिया जाता होगा। लेकिन क्या यह सही है क्योंकि हमारे शरीर को सही कार्य करने के लिए सभी तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है, तो ऐसे में वाटर फास्टिंग करने से शरीर को फायदा होता है या फिर नुकसान और इस दौरान की कई कौन-सी गलतियों से सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।
वाटर डाइट एक ऐसी डाइट है जिसमें कुछ समय के लिए व्यक्ति सिर्फ पानी पीता है और कोई कठोर खाना नहीं खाते, इसे आमतौर पर वॉटर फास्टिंग भी कहा जाता है। वाटर डाइट शरीर को डिटॉक्स करने, वजन घटाने और पाचन तंत्र को आराम देने के लिए कभी-कभी अपनाई जा सकती है, लेकिन इसे बहुत सोच-समझकर और सीमित समय के लिए ही फॉलो करना चाहिए। ये डाइट शरीर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकती है, इसके साथ भूख को कंट्रोल करना आसान हो सकता है और इंसुलिन लेवल भी बेहतर हो सकती है। कुछ लोग इसे धार्मिक उपवास या मेंटल क्लेरिटी के लिए भी अपनाते हैं। लेकिन इसके नुकसान भी बहुत होते हैं। लंबे समय तक सिर्फ पानी पर रहना शरीर को कमजोर कर सकता है, चक्कर आना, थकान, लो ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर गिरना जैसी समस्याएं इस डाइट के कारण हो सकती हैं। खासकर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या हार्ट से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए यह डाइट खतरनाक हो सकती है। वाटर डाइट शुरू करने से पहले हेल्थ चेकअप करवाना और अपने शरीर की जरूरत को जानना बहुत ही जरूरी है। इसे हमेशा एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए। इस दौरान खूब आराम करना होता है, एक्सरसाइज करने से बचें और शरीर में दिख रखें लक्षणों को समझें। अगर कमजोरी, मतली या सिर दर्द जैसी दिक्कत हो तो तुरंत डाइट बंद करें और कुछ हेल्दी खाएं।