आरबीआई ने सार्वजनिक की अपनी बहीखाते की जानकारी, खाते में रुपया जान हो जाएंगे हैरान
- कारोबार दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- May 29, 2025
- 0
- 285
- 1 minute read

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के खाते में कितना पैसा है। इसका खुलासा आरबीआई ने आज गुरुवार को कर दिया और अपने बहीखाते की जानकारी सार्वजनिक कर दी। आरबीआई ने बताया कि उसके बहीखाते में साल भर के भीतर आठ फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। यही वजह है कि रिजर्व बैंक ने सरकार को भी ढाई लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का लाभांश दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को आंकड़े जारी कर बताया कि 31 मार्च 2025 तक उसके बहीखाते का आकार सालाना आधार पर 8.20 फीसदी बढ़कर 76.25 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसके दम पर ही केंद्र सरकार को 2.69 लाख करोड़ रुपये का भारी-भरकम लाभांश दिया गया। आरबीआई की 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि संपत्ति के मामले में यह वृद्धि सोने, घरेलू निवेश एवं विदेशी निवेश में क्रमशः 52.09 फीसदी, 14.32 फीसदी और 1.70 फीसदी की वृद्धि के कारण हुई।
आरबीआई की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस दौरान उसकी कमाई में 22.77 फीसदी और खर्चा में 7.76 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आरबीआई ने साल का अंत 2,68,590.07 करोड़ रुपये के समग्र अधिशेष के साथ किया, जबकि पिछले वर्ष में यह 2,10,873.99 करोड़ रुपये था, जिसके परिणामस्वरूप 27.37 फीसदी की वृद्धि भी दर्ज की गई।
भारतीय रिजर्व बैंक का बही-खाता, मुद्रा जारी करने के साथ-साथ मौद्रिक नीति और ‘रिजर्व’ प्रबंधन उद्देश्यों सहित इसके विभिन्न कार्यों के अनुसरण में की गई गतिविधियों को दर्शाता है। बीते वित्तवर्ष में बही-खाते का आकार 5,77,718.72 करोड़ रुपये या 8.20 फीसदी बढ़कर 31 मार्च 2025 तक 76,25,421.93 करोड़ रुपये हो गया। यह 31 मार्च 2024 तक 70,47,703.21 करोड़ रुपये था।
आरबीआई की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस दौरान उसकी कमाई में 22.77 फीसदी और खर्चा में 7.76 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आरबीआई ने साल का अंत 2,68,590.07 करोड़ रुपये के समग्र अधिशेष के साथ किया, जबकि पिछले वर्ष में यह 2,10,873.99 करोड़ रुपये था, जिसके परिणामस्वरूप 27.37 फीसदी की वृद्धि भी दर्ज की गई।
भारतीय रिजर्व बैंक का बही-खाता, मुद्रा जारी करने के साथ-साथ मौद्रिक नीति और ‘रिजर्व’ प्रबंधन उद्देश्यों सहित इसके विभिन्न कार्यों के अनुसरण में की गई गतिविधियों को दर्शाता है। बीते वित्तवर्ष में बही-खाते का आकार 5,77,718.72 करोड़ रुपये या 8.20 फीसदी बढ़कर 31 मार्च 2025 तक 76,25,421.93 करोड़ रुपये हो गया। यह 31 मार्च 2024 तक 70,47,703.21 करोड़ रुपये था।