राइस टी के फायदे जान हो जाएंगे हैरान, दिखेंगे जवान और सेहत रहेगी चकाचक
- दिल्ली राष्ट्रीय स्वास्थ्य
Political Trust
- May 22, 2025
- 0
- 29
- 1 minute read

नई दिल्ली। जो लोग अपनी सेहत को लेकर अधिक अलर्ट होते हैं वो ग्रीन या लेमन टी पीना पसंद करते हैं। लेकिन क्या कभी राइस टी के बारे में सुना है? जी हां भारत में एक विशेष समुदाय के लोग चावल की चाय यानी राइस टी पीकर दिन की शुरुआत करते हैं। राइस टी हर मामले में फायदेमंद है। इससे जहां सेहत चकाचक रहती है वहीं इसको पीने वाला जवान दिखाई देता है। ऐसा जानकारों का मानना है।
लाल चावल से बनाई जाती है चाय
चावल की चाय का चलन झारखंड में आदिवासी समुदाय के लोग पीना पसंद करते हैं। वहां आदिवासी समुदाय के तमाम लोग अपने दिन की शुरुआत चावल की चाय से करते हैं। झारखंड की राजधानी रांची में ये चाय काफी मशहूर है और आसानी से देखने को मिल जाएगी। रांची के डांगराटोली चौक के पास फील्ड एंड फॉरेस्ट कैफे में इस चाय का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस चाय को बनाने के लिए खास किस्म के लाल चावल का इस्तेमाल किया जाता है।
चावल की चाय को सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फॉस्फोरस और विटामिन बी-12 जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं, पाचन संबन्धी परेशानियां, थकान, मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी आदि की समस्या दूर होती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी इस चाय को काफी फायदेमंद माना जाता है।
चावल की चाय को बनाने के लिए लाल चावलों को एक बर्तन में डालकर थोड़ा सा भूना जाता है। इसके बाद इसमें जरूरत के अनुसार पानी डालकर उबाला जाता है। फिर अदरक, गुड़, तेजपत्ता आदि को डालकर दो मिनट उबालते हैं। इसके बाद चाय को छानकर लोगों को सर्व किया जाता है। ये चाय आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए उनके प्रिय पेय में से एक मानी जाती है।
चावल की चाय का चलन झारखंड में आदिवासी समुदाय के लोग पीना पसंद करते हैं। वहां आदिवासी समुदाय के तमाम लोग अपने दिन की शुरुआत चावल की चाय से करते हैं। झारखंड की राजधानी रांची में ये चाय काफी मशहूर है और आसानी से देखने को मिल जाएगी। रांची के डांगराटोली चौक के पास फील्ड एंड फॉरेस्ट कैफे में इस चाय का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस चाय को बनाने के लिए खास किस्म के लाल चावल का इस्तेमाल किया जाता है।
चावल की चाय को सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फॉस्फोरस और विटामिन बी-12 जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं, पाचन संबन्धी परेशानियां, थकान, मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी आदि की समस्या दूर होती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी इस चाय को काफी फायदेमंद माना जाता है।
चावल की चाय को बनाने के लिए लाल चावलों को एक बर्तन में डालकर थोड़ा सा भूना जाता है। इसके बाद इसमें जरूरत के अनुसार पानी डालकर उबाला जाता है। फिर अदरक, गुड़, तेजपत्ता आदि को डालकर दो मिनट उबालते हैं। इसके बाद चाय को छानकर लोगों को सर्व किया जाता है। ये चाय आदिवासी समुदाय के लोगों के लिए उनके प्रिय पेय में से एक मानी जाती है।