एसबीआई जुटाएगा 25.000 करोड़ रुपये, फंड यूएस डालर या किसी अन्य विदेशी करेंसी में

 एसबीआई जुटाएगा 25.000 करोड़ रुपये, फंड यूएस डालर या किसी अन्य विदेशी करेंसी में
नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) अब विदेशी बाजारों से पैसे जुटाने की तैयारी में है। बैंक ने 20 मई 2025 को हुई बैठक में वित्तीय वर्ष 2026 (वित्त वर्ष 2025-26) के दौरान 3 बिलियन डालर यानी करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंज़ूरी दी है। एसबीआई यह फंड पब्लिक ऑफर या प्राइवेट प्लेसमेंट के ज़रिए जुटाएगा। बैंक ने बताया कि यह फंड यूएस डॉलर या किसी अन्य बड़ी विदेशी करेंसी में, एक या एक से ज्यादा हिस्सों में जुटाया जाएगा।
तिमाही नतीजों में मुनाफे में गिरावट
मार्च तिमाही में एसबीआई का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 10 प्रतिशत गिरकर 18,643 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में बैंक ने 20,698 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। हालांकि, बैंक की कुल इनकम 1,43,876 करोड़ रुपये रही। जो पिछले साल Q4 FY2024 में 1,28,412 करोड़ रुपये थी। बैंक ने मार्च तिमाही में 1,19,666 करोड़ रुपये का ब्याज इनकम कमाया, जो पिछले साल 1,11,043 करोड़ रुपये था। पूरे साल की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2025 में एसबीआई का नेट प्रॉफिट 70,901 करोड़ रुपये रहा, जो वित्तीय वर्ष 2024 के 61,077 करोड़ रुपये से बेहतर है।
एसबीआई ने वित्तीय वर्ष 2025 के लिए 15.90 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया है। इसके लिए 16 मई 2025 को एक्स-डेट तय की गई थी।
एसबीआई के शेयरों में बीते एक साल से दबाव बना हुआ है। इस दौरान इसने चार फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है। मंगलवार को शेयर 1.20 प्रतिशत गिरकर 785.35 रुपये पर बंद हुआ। बीते 12 महीनों में स्टॉक करीब 4.3 प्रतिशत नीचे आया है।
मोतीलाल ओसवाल ने एसबीआई पर BUY रेटिंग बरकरार रखते हुए 915 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह मौजूदा शेयर प्राइस 785 रुपये के मुकाबले 16 प्रतिशत अपसाइड दिखाता है। हालांकि वित्तीय वर्ष 26 और वित्तीय वर्ष 27 की कमाई के अनुमान को 4.6% और 5% घटाया गया है।