पाकिस्तान में स्वास्थ्य गंभीर चुनौती, इन बीमारियों से पीड़ित हैं लाखों पाकिस्तानी

 पाकिस्तान में स्वास्थ्य गंभीर चुनौती, इन बीमारियों से पीड़ित हैं लाखों पाकिस्तानी
नई दिल्ली। पाकिस्तान में वहां से लोगों का स्वास्थ्य गंभीर चुनौती बना हुआ है। पाकिस्तान की आबादी का बड़ा हिस्सा अभी भी साफ पानी, पौष्टिक भोजन और पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित है। इसी वजह से पाकिस्तान में कई बीमारियां तेज़ी से फैलती हैं और लोगों की ज़िंदगी पर असर डालती हैं। हाल में आई एक स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में सबसे अधिक जिन बीमारियों के मामले सामने आते हैं, उनमें से कुछ न केवल आम हैं बल्कि बेहद खतरनाक भी हैं। इनमें कुछ बीमारियां ऐसे ही हैं जिनसे हर साल लाखों पाकिस्तानी नागरिक बीमार होते हैं और हजारों की मौत भी होती है।
डेंगू और मलेरिया
पाकिस्तान में हर साल मानसून के मौसम में डेंगू और मलेरिया के मामले बहुत तेजी से बढ़ते हैं। खराब ड्रेनेज सिस्टम, जगह-जगह जमा पानी और गंदगी मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल वातावरण बनाते हैं। डेंगू से बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और खून की कमी जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इलाज में देर होने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। मलेरिया भी इसी तरह का मच्छरजनित रोग है जो बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए ज़्यादा खतरनाक होता है।
पाकिस्तान में टीबी दूसरी गंभीर बीमारी
ट्यूबरकुलोसिस यानी टीबी पाकिस्तान में दूसरी सबसे गंभीर बीमारी है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो फेफड़ों को सबसे पहले प्रभावित करती है। पाकिस्तान में हर साल लाखों लोग टीबी की चपेट में आते हैं। इसकी मुख्य वजह है भीड़भाड़ वाले इलाके, जागरूकता की कमी, सही समय पर इलाज न मिलना और बीच में इलाज छोड़ देना। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान दुनिया के उन पांच देशों में शामिल है जहां टीबी के सबसे ज्यादा मरीज हैं।
पाकिस्तान में तेजी से फैल रहा हेपेटाइटिस बी और सी
हेपेटाइटिस बी और सी भी पाकिस्तान में तेजी से फैलने वाली बीमारियों में शामिल हैं। ये बीमारियां खून के जरिए या संक्रमित सुई से फैलती हैं। दांतों का गलत इलाज, अनसेनेटाइज्ड सैलून उपकरण, बिना जांच वाले खून के ट्रांसफ्यूजन जैसी लापरवाहियों के कारण ये बीमारी तेज़ी से फैलती है। इन बीमारियों का समय पर इलाज न हो तो लीवर फेल होने का खतरा रहता है।
गंदा पानी और दस्त की बीमारियां
पाकिस्तान के कई इलाकों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा नहीं है। लोग दूषित पानी पीते हैं जिससे टाइफाइड, कॉलरा और डायरिया जैसी बीमारियां हो जाती हैं। खासकर बच्चों में दस्त की बीमारी से मौत तक हो जाती है। WHO की रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान में हर साल हजारों बच्चे गंदे पानी से जुड़ी बीमारियों के कारण जान गंवा देते हैं।
पाकिस्तानी बच्चों में कुपोषण की समस्याएं
गरीबी, शिक्षा की कमी और जागरूकता के अभाव में पाकिस्तान में बच्चों का शारीरिक विकास सही तरीके से नहीं हो पाता। कई बच्चे जन्म से ही कमजोर होते हैं और कुपोषण का शिकार होते हैं। इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और वे आसानी से किसी भी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।