पाक पर कुछ बड़ा करने की तैयारी में भारत, केंद्रीय गृह मंत्रालय का राज्यों को मॉक ड्रिल का निर्देश
- दिल्ली राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- May 5, 2025
- 0
- 31
- 1 minute read

नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव चरम पर है। हमले के बाद भारत किसी भी कीमत में चुप नहीं बैठने वाला है। पीएम मोदी की रोज होने वाली बैठके और पाकिस्तान पर लगातार लगाए जा रहे प्रतिबंध ये जाहिर कर रहे हैं कि भारत जल्द ही पाक पर कुछ बड़ा करने की तैयारी में है। अब इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों को सात मई को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराने का निर्देश दिया है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) के लिए देश के सभी राज्यों को सात मई को मॉक ड्रिल कराने को कहा है। जिससे कि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। केंद्र सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, इस मॉक ड्रिल में निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे। जैसे हवाई हमले (एयर रेड) चेतावनी सायरन को सक्रिय किया जाएगा। आम नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा कि अगर किसी तरह का हमला हो जाए, तो वे खुद को कैसे सुरक्षित रखें। ब्लैकआउट की व्यवस्था की जाएगी। यानी जरूरत पड़ने पर बिजली बंद कर दी जाए ताकि दुश्मन को कोई लक्ष्य न दिखाई दे। महत्वपूर्ण कारखानों और ठिकानों को छिपाने की जल्दी व्यवस्था की जाएगी। निकासी योजना को अपडेट किया जाएगा और उसका अभ्यास (रिहर्सल) भी कराया जाएगा।
इससे पहले, फिरोजपुर छावनी इलाके में 30 मिनट का ब्लैकआउट अभ्यास किया गया, जिसमें रात 9 बजे से 9:30 बजे तक सभी लाइटें बंद रहीं। अगर किसी वाहन की लाइट जलती पाई गई तो उसे बंद करवाया गया। पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर रही और हर चौराहे पर तैनाती की गई। फिरोजपुर छावनी थाने के एसएचओ गुरजंत सिंह ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) के लिए देश के सभी राज्यों को सात मई को मॉक ड्रिल कराने को कहा है। जिससे कि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। केंद्र सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, इस मॉक ड्रिल में निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे। जैसे हवाई हमले (एयर रेड) चेतावनी सायरन को सक्रिय किया जाएगा। आम नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षित किया जाएगा कि अगर किसी तरह का हमला हो जाए, तो वे खुद को कैसे सुरक्षित रखें। ब्लैकआउट की व्यवस्था की जाएगी। यानी जरूरत पड़ने पर बिजली बंद कर दी जाए ताकि दुश्मन को कोई लक्ष्य न दिखाई दे। महत्वपूर्ण कारखानों और ठिकानों को छिपाने की जल्दी व्यवस्था की जाएगी। निकासी योजना को अपडेट किया जाएगा और उसका अभ्यास (रिहर्सल) भी कराया जाएगा।
इससे पहले, फिरोजपुर छावनी इलाके में 30 मिनट का ब्लैकआउट अभ्यास किया गया, जिसमें रात 9 बजे से 9:30 बजे तक सभी लाइटें बंद रहीं। अगर किसी वाहन की लाइट जलती पाई गई तो उसे बंद करवाया गया। पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर रही और हर चौराहे पर तैनाती की गई। फिरोजपुर छावनी थाने के एसएचओ गुरजंत सिंह ने यह जानकारी दी।