वैशाख अमावस्या पर दान पुण्य करने से मिलता है पितरों का आर्शिवाद

Nimmi Thakur
नई दिल्ली। अमावस्या का हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इस तिथि पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसी के साथ पितरों के लिए दान पुण्य करने और पितृ तर्पण करने का लाभ होता है। इस दिन विधिपूर्वक पूजन तथा पितरों का तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे जीवन में खुशियां आती हैं। वैशाख का महीना भगवान विष्णु का प्रिय है। इस बार वैशाख अमावस्या तिथि कल 27 अप्रैल रविवार को है। वैशाख अमावस्या पर स्नान, दान और पूजा करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से आपको मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही पितर प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
वैशाख अमावस्या पूजा विधि
वैशाख अमावस्या पर ब्रह्म मुहूर्त में इष्ट देव को प्रणाम करें। गंगाजल युक्त पानी से स्नान करके सूर्य देव को अर्घ्य दें। उसके बाद भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें और व्रत करने का संकल्प करें। वह लोग जिनके पूर्वजों का पिंड दान नहीं हुआ है, वह इस दिन अपने पितरों को तर्पण कर सकते हैं।