डॉ. ध्रुव गलगोटिया का वैश्विक मंच पर उल्लेखनीय योगदान

 डॉ. ध्रुव गलगोटिया का वैश्विक मंच पर उल्लेखनीय योगदान

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 24 अप्रैल 2025: भारत की वैश्विक शिक्षा क्षेत्र में बढ़ती भूमिका को दर्शाते हुए गलगोटियास यूनिवर्सिटी के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) एशिया यूनिवर्सिटी समिट 2025 में देश का प्रतिनिधित्व किया। यह प्रतिष्ठित सम्मेलन मकाऊ यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सहयोग से मकाऊ में आयोजित हुआ।

डॉ. गलगोटिया ने सम्मेलन के एक प्रमुख चर्चा मे भाग लिया 

अनुसंधान वृद्धि को सशक्त बनाना: क्या वैश्विक दक्षिण अनुसंधान महाशक्तियों की बराबरी कर सकता है?”मे वक्ता के रूप में शामिल हुए। इस चर्चा में विश्व के अग्रणी शिक्षाविदों ने भाग लिया, जिनमें यूनिवर्सिटी ऑफ विक्टोरिया के प्रो. विक्टर वी. रामराज, द चाइनीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग की प्रो. माई हार शाम और टेलर यूनिवर्सिटी की टीएस. डॉ. प्रवेणा राजेंद्र शामिल थीं।

डाॅ गलगोटिया ने अपने वक्तव्य में उभरते देशों में अनुसंधान को बढ़ावा देने हेतु समावेशी एवं सहयोगात्मक शोध प्रणालियों की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने कहा“वास्तविक नवाचार तभी संभव है जब ज्ञान और संसाधनों की पहुँच लोकतांत्रिक हो — न केवल संस्थानों के भीतर बल्कि देशों और समुदायों के बीच भी। अनुसंधान कुछ विशेष वर्गों तक सीमित नहीं रहना चाहिए। हमारा लक्ष्य एक ऐसा समावेशी शैक्षणिक वातावरण बनाना है, जहाँ हर पृष्ठभूमि के छात्र एवं शोधकर्ता जिज्ञासु बन सकें, प्रयोग कर सकें और नवाचार को जन्म दे सकें।”

उन्होंने यह भी बताया कि गलगोटिया यूनिवर्सिटी विश्वस्तरीय अनुसंधान अवसंरचना, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संकाय विकास में निरंतर निवेश कर रही है। यह प्रयास भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की उस दृष्टि के अनुरूप है जो अनुसंधान-प्रधान एवं वैश्विक रूप से जुड़ी हुई शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने की बात करती है।

यह सम्मेलन एशिया की वैश्विक शैक्षणिक व नवाचार प्रणाली में उभरती भूमिका पर केंद्रित है। ऐसे में गलगोटियास यूनिवर्सिटी की भागीदारी भारत में अनुसंधान एवं विकास को गति देने में उसकी अहम भूमिका को दर्शाती है।