भारतीय जनता पार्टी संदेशखाली में हुई पत्रकार की गिरफ्तारी की भर्त्सना करती है -रविशंकर प्रसाद

**EDS: SCREENSHOT** New Delhi: Senior BJP leader Ravi Shankar Prasad addresses a press conference at BJP HQ, in New Delhi, Thursday, Feb. 15, 2024. (PTI Photo) (PTI02_15_2024_000214B)
भारतीय जनता पार्टी के सांसद रविशंकर प्रसाद ने आज बुधवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस प्रेस वार्ता में उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी उपस्थित रहे। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने ममता बनर्जी और इंडी गठबंधन के अन्य दलों पर संदेशखाली में हुए महिलाओं पर अत्याचार पर चुप्पी साधे रहने के लिए निशाना साधा। साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी से प्रश्न किए कि आखिर इस मामले में वे शाहजहां शेख का बचाव क्यों कर रही हैं। इसके साथ उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा उत्तर प्रदेश के युवाओं के बारे की गई टिप्पणी पर हमला किया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज भी केन्द्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों के साथ बातचीत की पेशकश की है और उम्मीद है कि संवाद से ही समाधान निकल जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि भारत सरकार पूरी तरह से उनसे बातचीत के लिए खुली हुई है और इस मुद्दे का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही निकलना चाहिए। भाजपा सरकार ने किसानों के उत्थान और जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए कितना काम किया है, ये चर्चा पहले कई बार हो चुकी है। किसानों का विकास भारत सरकार की प्रमुखतम प्राथमिकताओं में से एक है और ये हमेशा प्राथमिकताओं में रहेगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि संदेशखाली का मुद्दा दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है। कोलकाता उच्च न्यायालय ने टिप्पणी करते हुए पूछा है कि शाहजहां शेख को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है और इस समस्या की शुरुआत शाहजहां शेख के यहां प्रवर्तन निदेशालय के रेड करने के जाने के बाद से ही शुरू हुई है। लेकिन उसके बाद सामने आए तथ्य किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक होने के साथ साथ निकृष्टता की पराकाष्ठा है। इस पर प्रश्न ये भी उठता है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब भी इस शाहजहां शेख का बचाव क्यों कर रही हैं। पश्चिम बंगाल सरकार नेता प्रतिपक्ष श्री सुवेन्दु अधिकारी तो संदेशखाली जाने नहीं दिया तो फिर उच्च न्यायालय का आदेश लेकर वे वहां गए। वहां पहुंचने पर महिलाओं ने विलाप करते हुए अपनी आपबीती बताई। दिल्ली से गई महिला पत्रकारों को भी उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई।
रविशंकर प्रसाद ने संदेशखाली मुद्दे को जनता और देश के सामने रखने के लिए मीडियाबंधुओं का अभिनंदन किया।
प्रसाद ने संदेशखाली की महिलाओं का साहस दिखाने के लिए अभिनंदन करते हुए कहा कि कोलकाता से मात्र 75 से 80 किलोमीटर दूर ये सब हुआ है। लोगों की जमीन छीन ली गई, खेतों में पानी छोड़ कर वहीं मछली पालने के लिए विवश किया गया, जमीनों पर कब्जा कर लिया और महिलाओं की आबरू लूटी गई। इस सबके के बीच प्रश्न ये भी है कि ममता सरकार द्वारा गठित एसआईटी आखिर वहां क्या सवाल पूछ रही है और क्या कार्रवाई कर रही है। उच्चतम न्यायालय के साफ और सख्त निर्देश हैं कि महिलाओं के साथ यौन शोषण के मामले में कार्रवाई कुछ खास मानदंडों के अनुसार होनी चाहिए लेकिन एसआईटी जनता से बार बार यही प्रश्न पूछ रही है कि क्या, कब और कैसे हुआ। एसआईटी कार्रवाई नहीं अपितु उन महिलाओं और पीड़िताओं को और बेइज्जत कर रही है ताकि उनका मनोबल टूट जाए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की ओर से राष्ट्रीय मंच इस तरह की कार्रवाई की भर्त्सना की। उन्होंने कहा कि भाजपा वहां डटे कार्यकर्ताओं का बहुत सम्मान करती है और पूरी मजबूती के साथ उनके साथ खड़ी है।
चंडीगढ़ प्रकरण में उच्चतम न्यायालय के आदेश का भाजपा सम्मान करती है और इस प्रकरण पर हर नेता ने अपनी टिप्पणी की है लेकिन संदेशखाली में सैकड़ों माताओं और बहनों की इज्जत लुटने पर सब खामोश हैं। विपक्ष हमेशा भाजपा के अलोकतांत्रिक होने का राग आलापता रहता है और कहते भाजपा में लोग सुरक्षित नहीं हैं लेकिन आज आपके राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार की पुलिसिया ताकत से उनका दमन किया जा रहा है।