वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन द्वारा आयोजित भव्य मिलन समारोह सम्पन्न

सी एम पपनैं
वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) द्वारा 27अगस्त को पटपड़गंज स्थित एपिक्स भवन मे एक दिन का भव्य मिलन समारोह का आयोजन फैडरेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित के सी पांडे की अध्यक्षता व राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) पंडित विनोद पांडे तथा
वाइस चेयरमैन क्रमश: पं.आर एस गोस्वामी, पं.के एन प्रकाश व पं.रविकांत शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव पं. शशिकांत शर्मा, राष्ट्रीय युवा इकाई महासचिव, पं.मनोज गौतम तथा पं.बलबीर शर्मा अध्यक्ष व श्रीमती किरन त्रिपाठी उपाध्यक्ष वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) दिल्ली प्रदेश इत्यादि इत्यादि के सानिध्य में आयोजित किया गया। मिलन समारोह के इस अवसर पर फैडरेशन की विभिन्न राज्य ईकाइयो सहित प्रदेश वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) की अनेको स्थानीय इकाइयों के पदाधिकारियों की बडी संख्या मे उपस्थिति मुख्य रही।
आयोजित मिलन समारोह का श्रीगणेश सभी उपस्थित ब्राह्मण जनो के परिचय व ब्राह्मण फैडरेशन के शीर्ष पदाधिकारियों व प्रबुद्ध जनो को पुष्प गुच्छ भैट कर व अंगवस्त्र ओढा कर किया गया। मिलन समारोह मुख्य आयोजक पंडित विनोद पांडे द्वारा मिलन समारोह मे बडी संख्या मे उपस्थित ब्राह्मण जनो का स्वागत अभिनंदन कर आयोजन की रूप रेखा पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
भव्य आयोजन के इस पुण्य अवसर पर पं.शशिकांत शर्मा, पं.आर एस गोस्वामी, पं विशाल शर्मा, पं.आर बी उपाध्याय, पं.सूर्य प्रकाश शर्मा, पं.राम अवतार दीक्षित, पं.अजय शर्मा, पं.के एन प्रकाश, पं.राकेश शर्मा, पं.बालकिशन, पं.सिद्धार्थ भारद्वाज तथा पं.के सी पांडे द्वारा वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) के उद्देश्यो के माध्यम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर ब्राह्मणों के हितार्थ किए जा रहे कार्यो के बल मिल रही सफलताओ, संगठन की मजबूती हेतु भविष्य की कार्य योजनाओ पर स-विस्तार प्रकाश डाला गया।
प्रबुद्ध ब्राह्मण वक्ताओ द्वारा अवगत कराया गया, वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) चेयरमैन, पंडित मांगे राम शर्मा (बाबू जी) के अथक प्रयासो से वर्ष 2000 यूएसए मे विश्व ब्राह्मण संघ की स्थापना के बाद से समय-समय पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर संगठन की मजबूती के लिए आयोजन किए जाते रहे हैं। वर्ष 2005 लंदन, 2007 अमेरिका तथा बाद के वर्षो मौरिशस मे सेंकडो ब्राह्मणों की उपस्थिति में प्रभावशाली आयोजन आयोजित किए गए हैं। अमेरिकी संसद में भी डब्ल्यूबीएफ की गूंज उठी थी। भारत मे आयोजन समय-समय पर अटल विहारी बाजपेई व शीला दीक्षित तथा अन्य अनेको सभ्रांत ब्राह्मणों की उपस्थिति के मध्य पंडित मांगे राम शर्मा (बाबू जी) की प्रेरणा से आयोजित होते रहे हैं।
विगत सात वर्षो से वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) राष्ट्रीय अध्यक्ष पं.के सी पांडे के तेजस्वी प्रभाव मे प्रभावशाली व उद्देश्यपरक आयोजन आयोजित होते रहे हैं। अवगत कराया गया, आगामी वर्षो के लिए भी पं.के सी पांडे राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर बने रहैगे उक्त निर्णय बाबू जी व समस्त फैडरेशन सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है। आगामी महीनों मे जल्द ही दिल्ली मे एक बड़ा आयोजन होना है।
ब्राह्मण वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, विगत दशकों मे देश के लगभग प्रांतो व विदेशो मे अनगिन बैठके आयोजित हुई हैं। आज जिन परिस्थियों मे फैडरेशन का मिलन समारोह आयोजित किया जा रहा है, गंभीरता से चिंतन करने का विषय है। ब्राह्मणों की क्या गति हो रही है, प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। ब्राह्मण कभी हारा नहीं, न हीं पछाडा जा सकता है, क्योकि उसके पास वेदो का ज्ञान है। चुनौतियों को गहराई से समझना होगा, उनसे पार पाना होगा।
वक्ताओ द्वारा अवगत कराया गया, वर्तमान मे देश के 21 प्रांतों मे वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) महिला विंग भी संगठित होकर संगठन के लिए काम कर रही हैं। ब्राह्मण युवा बडे स्तर पर संगठन से जुडते चले जा रहे हैं।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, ब्राह्मणों के मध्य कोई गोत्र नहीं सब ब्राह्मण हैं। सब एक ऋषि की संतान हैं। महामना मदन मोहन मालवीय द्वारा पहली ब्राह्मण सभा बनाई गई थी। ब्राह्मणों के अंदर आगे आने की आग होनी चाहिये। ब्राह्मणों ने दुनिया के लिए बहुत कुछ किया है। ब्राह्मणों का कोई बहु सूत्री कार्यक्रम नहीं है, आज ब्राह्मणों को अपने स्वयं व अपने समाज के लिए करने की जरूरत आ पडी है। समाज में हर स्तर पर उच्च पदों पर ब्राह्मण पदासीन हैं। ब्राह्मण राष्ट्रपति भी रहे हैं, प्रधानमंत्री भी, उच्च संवैधानिक पदों पर भी।
व्यक्त किया गया, आज समय की मांग है, सब ब्राह्मण अपने समाज के जरूरत मंद व अभावग्रस्तो की मदद करे। पद से बड़ा कद है। ब्राह्मण जनो की विचारधारा अलग-अलग हो सकती है, ब्राह्मणों को इकठ्ठा कर ताकत दिखाना भी समय की मांग बन गई है। स्वाभिमान की लडाई है। जिसकी जितनी बडी संख्या उसका उतना बड़ा सम्मान, यह एक सोच बन गई है। अन्य वर्गो से ज्यादा वंछित आज ब्राह्मण समाज हैं। आजतक ब्राह्मणों को सभी राजनैतिक दलों द्वारा यूज किया गया है, काम व लाभकारी योजनाऐ बनाई हैं तो समाज के अन्य वर्गो के लिए। आज ब्राह्मण अपने हक के लिए जो चुनोतीपूर्ण संघर्ष कर रहा है, यह सब आने वाली पीढी के लिए है। ब्राह्मण जन इस बात को समझ, इकठ्ठा हों। उद्देश्य के साथ संगठन के लिए काम करना आवश्यक है वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) बड़ा है तो जिम्मेवारिया भी बडी हैं। देश के गरीब ब्राह्मणों की सामाजिक सुरक्षा के लिए, कोष बनाने पर वक्ताओ द्वारा बल दिया गया।
व्यक्त किया गया, विगत दिनों एक पुण्यानंद गिरी महाराज द्वारा दिए गए प्रवचन मे ब्राह्मणों के लिए अपमान जनक शब्दों मे ब्राह्मणों को गधे व घोड़े के संयोग से पैदा होने वाले टट्टू की संज्ञा दी गई है। ब्राह्मणों की पैदाइस न होने की बात प्रवचन मे कही गई है। खच्चर (टट्टू) से काम लेने की विधि को ब्राह्मण के काम से तुलना की गई है, आदि आदि अपमान जनक प्रवचन वाला वीडियो वायरल हुआ है। विश्व की सर्वोच्च जाति के ब्राह्मणों को आलोचना का केन्द्र बनाया जा रहा है। ताज्जुब शासन-प्रशासन मौन है। देश की कुल आबादी के दस प्रतिशत ब्राह्मणों को किस राह धकेला जा रहा है, समझा जा सकता है। विश्व का समस्त ब्राह्मण समाज वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) के माध्यम से पुण्यानंद गिरी महाराज के इस कु-कृत्यशील प्रवचन की निंदा करता है, गिरफ़्दारी की मांग करता है।
आयोजित मिलन समारोह के मध्य समय-समय पर-
‘भगवान परशुराम की जय’।
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो… विश्व का कल्याण हो…।
‘जो ब्राह्मण का सम्मान करेगा, वो देश मे राज करेगा’ का उद्दघोष गूंजता रहा।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, ब्राह्मणों को अपने ब्राह्मण होने पर गर्व होना चाहिए। आने वाली पीढ़ी को ब्राह्मणों के महत्व व प्रत्येक युग मे ब्राह्मणों के ज्ञान व शिक्षा के बल समाज के विभिन्न वर्गो को मिली सफलता, समरसता व सिद्धि को बताना परमावश्यक है। व्यक्त किया गया, किसी भी व्यवसाय में विद्या ज्ञान सबसे बड़ा है, जो ब्राह्मणों के पास है। धर्म, संस्कृति, कला, साहित्य, विज्ञान एव प्रोद्योगिकी, राजनीति तथा शिक्षा के क्षेत्र मे, ब्राह्मणों का अमिट योगदान रहा है। बदलते परिवेश मे कैसे ब्राह्मण समाज अपने सांस्कृतिक मूल्यों मे बदलाव करे, यह चुनौती है। ब्राह्मण मतलब ज्ञान देने वाला। इस परिपाठी को जिंदा रखना होगा। ज्ञान के आधार पर अपने आप को स्थापित रखा जा सकता है।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, गठित संगठन ब्राह्मणों के उत्थान हेतु सही दिशा की ओर अग्रसर हैं, चाहे वह संगठनात्मक दृष्टि से हो या सामाजिक दृष्टि से या फिर व्यवसायिक दृष्टि से। वक्ताओ द्वारा पं.मांगेराम शर्मा (बाबू जी) से मिली प्रेरणा का बखान किया गया। निरंतर आशीर्वाद प्राप्ति हेतु बाबू जी की दीर्घायु की कामना की गई।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, समय की जरूरत के मुताबिक स्टार्टटप शुरू कर ब्राह्मणों की मदद बडे स्तर पर की जा सकती है। आज फैडरेशन के इस मिलन कार्यक्रम मे चिंतन करें। मंथन कर, किस प्रकार ब्राह्मणों के क्रियाकलापों को विस्तार दिया जा सकता है। ब्राह्मणों का भला किया जा सकता है, निर्णय लै। असहाय व अभाव ग्रस्त ब्राह्मणों का उद्धार करें। विचार विमर्श कर कार्यो को आगे बढ़ाए।
मिलन समारोह के मुख्य वक्ता फैडरेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष पं.के सी पांडे, द्वारा पं.एच एच पीवीएसएन सिम्हाया जी स्वामी, पीठ अद्वैत मंत्र राजम पीतम तिरुपति का नाम आशीर्वाद स्वरूप लेकर अवगत कराया गया, पूज्य मांगेराम शर्मा (बाबू जी) द्वारा किए गए प्रयासों की बदोलत अभी तक देश के नौ प्रदेशों में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना हो चुकी है। राष्ट्रीय कमेटी का गठन बाबू जी के आशीर्वाद से राष्ट्रीय फलक पर सन्मार्ग की दिशा व मजबूती प्रदान करने के लिए समय-समय पर सम्पन्न हुआ है। कोविड महामारी मे आपदा मे अवसर तलाश 151 आनलाइन बैठके आयोजित की गई थी साथ ही ग्लोबल कमेटी की प्रभावशाली बैठक भी आयोजित की गई थी।
पं.के सी पांडे द्वारा संगठन के चार विजन पर विस्तार से प्रकाश डाल व्यक्त किया गया, ब्राह्मणों के मध्य चार सोच, ब्राह्मण गौरव सोच, राजनैतिक सोच, आर्थिक सोच व शैक्षिक सोच को गरिमामयी तौर-तरीकों व शालीनता से आगे बढाने पर बल दिया जाता रहा है। व्यक्त किया गया, ब्राह्मण समुदाय बहुत बड़ा है। समय की मांग है ब्राह्मण समाज आगे आकर वैश्विक फलक पर संगठन को विस्तार दे। परचम लहरा ब्राह्मणों के कल्याण हेतु कार्य करे। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय फलक पर सामाजिक व्यवहार बढ़ा, समन्वय कर, संगठन का निरंतर विस्तार कर उसके बैनर तले ब्राह्मणों की समृद्धि के लिए कार्य कर उन्नति का मार्ग प्रशस्त करे।
फैडरेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा ब्राह्मणो की आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक उन्नति कैसे सम्भव हो सकती है? पंडितो, मंदिर के पुजारियों व कर्म-कांडी पंडितों जिनकी कोविड-19 काल मे आर्थिक स्थिति चरमरा गयी थी किस प्रकार उनको राहत दिलवाने हेतु प्रयत्न किया गया। किस प्रकार विजनिस कर रहे ब्राह्मणों को वैश्विक फलक पर प्लेटफार्म मुहैया करवाने का प्रयास किया जा रहा है। इंट्रीप्रेंन्युअर डवलपमैंट, कम्यूनिटी डवलपमैंट व राष्ट्र निर्माण मे ब्राह्मणों की प्राथमिकता पर भी विस्तार से अपनी बात रखी गई। ब्राह्मणों के नैतिक मूल्यों तथा कर्तव्यो का समाज के उत्थान व समृद्धि के लिए भी पं के सी पांडे द्वारा विचार व्यक्त किए गए। साथ ही फैडरेशन की नीतियों, उद्देश्यो, क्रियाकलापो व भविष्य की योजनाओं पर सारगर्भित, प्रकाश डाला गया।
पं के सी पांडे द्वारा अध्यक्षीय संबोधन मे व्यक्त किया गया, ब्राह्मण होने पर उन्हे गर्व है। ब्राह्मण सबको साथ लेकर चलता है। पूज्यनीय कहलाया जाता है। सतयुग, त्रेता, द्वापर मे ब्राह्मण को सम्मान मिला, वह कभी अत्याचारी नही रहा। सबको अपनी कम्युनिटी को समय देना होगा। ब्राह्मणों मे बहुत प्रतिभा है, जिसे सम्मान देकर, सही निर्णय लेकर, आगे बढ़ाना होगा। पंचायत से लेकर संसद तक देश के सभी ब्राह्मणों को एकजुट होकर अपनी शक्ति प्रदर्शन का आहवान किया गया।
मिलन समारोह के इस पावन अवसर पर पंडित विशाल शर्मा मुख्य संयोजक ब्राह्मण महाकुंभ व पं रविकांत शर्मा वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन तथा सह संयोजक ब्राह्मण महाकुंभ हरिद्वार द्वारा अवगत कराया गया, विश्व के समस्त ब्राह्मणों के उत्थान के लिए आगामी 24 सितंबर को पंतदीप मैदान, हरकी पैडी हरिद्वार उत्तराखंड मे ब्राह्मण महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी तैयारी विगत माह 9 अप्रेल से की जा रही है। मिलन समारोह में उपस्थित सभी ब्राह्मणों को उक्त ब्राह्मण महाकुंभ मे शिरकत करने का आहवान किया गया। उपस्थित ब्राह्मण राज्य इकाइयों द्वारा बडी संख्या में हरिद्वार पहुचने की बात कही गई। उक्त सूचना के साथ ही भगवान परशुराम की जय उद्दघोष के साथ ही आयोजित मिलन समारोह के समापन की घोषणा की गई।
आयोजित भव्य मिलन समारोह का मंच संचालन पं विनोद पांडे द्वारा बखूबी, प्रभावशाली अंदाज मे किया गया।