उत्कर्ष योग मिशन के संस्थापक देश के प्रसिद्ध योग गुरु एवं मोटिवेशनल स्पीकर डॉ सत्येन्द्र सिंह द्वारा लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय योग संगोष्ठी में व्याख्याता के रूप में शामिल हुए

अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया कि उत्कर्ष योग वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्तर स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कार और व्यवहार से जुड़े आनलाइन आफलाइन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग के महत्व को जानने कि लिए हमें महर्षि पतंजलि के राजयोग सहित महात्मा बुद्ध के अत्त दीपो भव महावीर जैन के क्षमा वीरस्य भूषणम तथा गुरु नानक देव जी के एक नूर ते सब जग उपजा व गुरु गोविंद सिंह जी के रे मन ऐसा करो सन्यासा अल्पाहार सुलभ सी निंद्रा के साथ मिल कर देखना चाहिए।
उन्होंने बताया कि देश के युवकों को महर्षि पतंजलि के अष्टांग योग मार्ग को सुखमय एवं आनंदमय नियमित एवं संयमित जीवन के लिए अपनाना ही होगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यदि युवा इन महापुरुषों के इन सूत्रों को आत्मसात करते हुए अपने जीवन में उतारेंगे तो वे आज के समय में पैदा होने वाले विभिन्न अवसादों ,पीड़ाओं, तनावों से छुटकारा पा सकते हैं । डॉ सिंह ने बताया उत्कर्ष योग मिशन इस दिशा में अनेकों स्कूलों ,कॉलेजों विश्वविद्यालयों संगठनों व संस्थानों में जाकर अपने नारे “उत्कर्ष योग का एक ही नारा हर घर हो स्वस्थ ,शिक्षित, संगठित व संस्कारवान हमारा “के साथ आगे बढ़ रहा है तथा युवाओं का आह्वान कर रहा है कि वह अभी युवावस्था से ही योग के वैज्ञानिक पक्ष को आत्मसात करते हुए अपने जीवन में उतारें ।
रोज योग करें तथा शारीरिक ,मानसिक और बौद्धिक व भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहते हुए अपने लक्ष्यों की प्राप्त करें और देश के विकास में अपना समग्र योगदान प्रदान करें। ज्ञात हो डॉक्टर सत्येन्द्र सिंह वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसी दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं ।उनके कार्यक्रमों में माननीय सांसदों से लेकर समाज के सभी वर्गों के लोग सुबह उनके प्रति दिन के 6.00 बजे से 7:30 तक चलने वाले कार्यक्रमों में देश-विदेशसे लोग आफलाइन/ ऑनलाइन जोड़कर स्वास्थ्य लाभ उठा रहे हैं। वे इस कार्यक्रम को निशुल्क चला रहे हैं