पधारो म्हारे देश

दक्षिण अफ्रीका से वायु सेना के विशेष विमान C-17 ग्लोब मास्टर से लाए गए 12 चीते सुबह 10 बजे भारत पहुंचे थे, जिसके बाद इन्हें कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे।
बाड़े में घुसते ही चीतों ने दौड़ लगाई। वो नई जगह को पहचानने की कोशिश कर रहे थे। 12 चीतों में से सात नर और पांच मादा चीते है। पार्क में यहां कुल 20 चीते हो गए है जिनमें से 10 नर और 10 मादा चीते है। इससे पहले 17 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर भारत में पहली बार आठ चीते आए थे।
चीतों को शुरुआती 10 दिनों तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा। क्वारंटाइन बाड़े में से आठ नए और दो पुराने बाड़े है। गर्मी को देखते हुए सभी बाड़ों में छाया के लिए शेड की व्यवस्था की गई है। पानी के लिए सभी के लिए व्यवस्था है।
भारत में इस प्रजाति को 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। भारत में पिछले 7 दशक से विलुप्त चीतों को पुनः बसाने की योजना “चीता प्रोजेक्ट “के तहत भारतीय वायु सेना के विमान से दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को शनिवार को कूनो नेशनल पार्क लाया गया