Delhi Blast: एसीटोन-पिसी चीनी और यूरिया से बना था IED

 Delhi Blast: एसीटोन-पिसी चीनी और यूरिया से बना था IED
नई दिल्ली। गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों ने खुलासा किया कि जुलाई 2023 की नूंह हिंसा और नासिर-जुनैद हत्या मामला उमर के भीतर बड़ी कार्रवाई की सोच बनाने वाला साबित हुआ। वह बार-बार अपने साथियों से कहता था कि देश का माहौल बिगड़ गया है। समाज बंट चुका है और आगे जेनोसाइड जैसी स्थिति बन सकती है, इसलिए तैयार रहना जरूरी है।
अब तक का बड़ा खुलासा
लालकिले के सामने हुए बम धमाके की जांच में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। गिरफ्तार आतंकियों के इकबालिया बयान, केस डायरी में दर्ज तकनीकी विवरण और फरीदाबाद से बरामद रसायनों व उपकरणों के मिलान से साफ है कि इस आतंकी साजिश का अमीर और तकनीकी मास्टरमाइंड डॉक्टर उमर मोहम्मद ही था। खुद को अमीर कहने वाले उमर की विज्ञान पर पकड़, खतरनाक सोच, धर्म आधारित कट्टरता और नौ भाषाओं का ज्ञान उसे इस मॉड्यूल का प्राकृतिक नेता बना देता था। जांच में यह बात सामने आई है कि उसका प्रभाव इतना गहरा था कि साथी उसकी किसी बात को चुनौती नहीं दे पाते थे।
आधा तैयार टाइमर आधारित आईईडी का इस्तेमाल
जांच एजेंसियों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लालकिला धमाके में आधा तैयार टाइमर आधारित आईईडी का इस्तेमाल किया गया। इससे एसीटोन (नेल पॉलिश हटाने वाला द्रव्य), पिसी हुई चीनी, यूरिया और दूसरे रसायनों की मदद से तैयार किया गया था। यह विस्फोटक वैज्ञानिक भाषा में टीएटीपी (ट्राई-एसीटोन ट्राई-पेरॉक्साइड) कहलाता है। जिसे दुनिया के सबसे अस्थिर और खतरनाक विस्फोटकों में माना जाता है। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार फरीदाबाद से बरामद रसायनों, उपकरणों और अवशेषों का सीधा मिलान धमाके में मिली सामग्री से हुआ है, जिससे साजिश की कड़ी सीधे-सीधे उमर तक जाकर जुड़ती है।