तस्करी का तरीका और बरामदगी
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह हथियारों की तस्करी के लिए एक सुनियोजित नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा था। हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से पंजाब में गिराए जाते थे, जिसके बाद उन्हें अलग-अलग जगहों पर पहुंचाया जाता था और फिर दिल्ली व आसपास के राज्यों में सक्रिय अपराधियों और गैंगस्टरों को बेचा जाता था।