भाजपा से नहीं मिला टिकट तो RSS कार्यकर्ता ने की आत्महत्या?
- राजनीति राष्ट्रीय
Political Trust
- November 16, 2025
- 0
- 51
- 1 minute read
तिरुवनंतपुरम। केरल के त्रिक्कन्नापुरम में आरएसएस कार्यकर्ता आनंद के थांपी ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद दावा किया कि थांपी लोकल निकाय चुनाव में भाजपा उम्मीदवार बनना चाहते थे, लेकिन टिकट न मिलने से परेशान थे।
त्रिक्कन्नापुरम के आरएसएस कार्यकर्ता आनंद के थांपी ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार, थांपी आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा का टिकट नहीं मिलने से परेशान थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिजनों के बयान के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा।
थांपी का शव उनके घर के शेड में फंदे पर लटका मिला। पुलिस ने बताया कि अभी तक के जांच में पता चला कि थांपी त्रिक्कन्नापुरम वार्ड से भाजपा उम्मीदवार बनना चाहते थे। जब उनका नाम पार्टी की सूची में नहीं आया, तो उन्होंने सोशल मीडिया पर स्वतंत्र उम्मीदवार बनने की घोषणा की।
दोस्तो को भेजा व्हाट्सएप संदेश
थांपी ने अपने दोस्तों को व्हाट्सएप संदेश भेजकर आरएसएस और भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए और आत्महत्या करने की बात कही। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय नेताओं के दबाव और कथित रेत तस्करी के कारण उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद उनके दोस्त उनसे दूरी बनाने लगे, जिससे उनकी मानसिक स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद थांपी ने घर के शेड में फांसी लगाने का प्रयास किया। दोस्तों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन शाम तक उनकी मौत हो गई।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया
ये मामला भाजपा के राज्य अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह सुनकर वे स्तब्ध हैं। उन्होंने बताया कि जिला अध्यक्ष ने कहा कि उनका नाम वार्ड की शॉर्टलिस्ट में नहीं था। भाजपा नेताओं ने कहा कि थांपी कभी टिकट के लिए उनसे संपर्क नहीं किए और उनकी मौत को टिकट न मिलने से जोड़ना सही नहीं है।
थांपी का शव उनके घर के शेड में फंदे पर लटका मिला। पुलिस ने बताया कि अभी तक के जांच में पता चला कि थांपी त्रिक्कन्नापुरम वार्ड से भाजपा उम्मीदवार बनना चाहते थे। जब उनका नाम पार्टी की सूची में नहीं आया, तो उन्होंने सोशल मीडिया पर स्वतंत्र उम्मीदवार बनने की घोषणा की।
दोस्तो को भेजा व्हाट्सएप संदेश
थांपी ने अपने दोस्तों को व्हाट्सएप संदेश भेजकर आरएसएस और भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए और आत्महत्या करने की बात कही। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय नेताओं के दबाव और कथित रेत तस्करी के कारण उन्हें टिकट नहीं मिला। इसके बाद उनके दोस्त उनसे दूरी बनाने लगे, जिससे उनकी मानसिक स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद थांपी ने घर के शेड में फांसी लगाने का प्रयास किया। दोस्तों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन शाम तक उनकी मौत हो गई।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया
ये मामला भाजपा के राज्य अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह सुनकर वे स्तब्ध हैं। उन्होंने बताया कि जिला अध्यक्ष ने कहा कि उनका नाम वार्ड की शॉर्टलिस्ट में नहीं था। भाजपा नेताओं ने कहा कि थांपी कभी टिकट के लिए उनसे संपर्क नहीं किए और उनकी मौत को टिकट न मिलने से जोड़ना सही नहीं है।
