गुंटूर में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया ‘वॉटरशेड महोत्सव’ का शुभारंभ, जल और मृदा संरक्षण पर राष्ट्रीय जनभागीदारी अभियान की शुरुआत
Political Trust Magazine केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में ‘वॉटरशेड महोत्सव’ का शुभारंभ किया। यह आयोजन ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग और आंध्र प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय वॉटरशेड सम्मेलन के दूसरे दिन लोयाला पब्लिक स्कूल ग्राउंड, नल्लापाडु में हुआ।

इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति-निर्माता, अनुसंधान संगठन और गैर-सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार ने ‘वॉटरशेड महोत्सव’ के माध्यम से जल-संरक्षण पर जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने की राष्ट्रीय पहल शुरू की है। इस दौरान “मिशन वॉटरशेड पुनरुद्धार” की भी घोषणा की गई, जिसके तहत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (डब्ल्यूडीसी-पीएमकेएसवाई 1.0) के अंतर्गत निर्मित मृदा और जल संरक्षण संरचनाओं के रखरखाव और मरम्मत के लिए मनरेगा फंड का उपयोग किया जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “जल है तो जीवन है, मिट्टी है तो कल है” के मंत्र के साथ सरकार जल और मृदा संरक्षण को राष्ट्रीय जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश के वेंगयापलेम गाँव में विकसित वॉटरशेड मॉडल को देशभर में लागू किया जाएगा ताकि परकुलेशन टैंक, चेक डैम और वर्षा जल संचयन संरचनाओं से भूजल स्तर में सुधार हो और ग्रामीण आजीविका सशक्त बने।
केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य मिलकर “हेल्दी, वेल्दी और हैप्पी आंध्रा” के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि आंध्र प्रदेश के किसानों को सहायता और समर्थन देने में केंद्र सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आंध्र प्रदेश के प्रत्येक गरीब परिवार का सर्वे कर सभी को पक्के मकान देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब कोई भी गरीब कच्चे घर में नहीं रहेगा, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर हर गरीब के घर को पक्का बनाएंगी।
उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए “इंटीग्रेटेड फार्मिंग” पर जोर देते हुए कहा कि खेती में केवल एक फसल नहीं बल्कि फल, फूल, सब्जी, औषधीय पौधों की खेती के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन, बकरी पालन, मधुमक्खी पालन और कृषि वानिकी को अपनाना होगा। चौहान ने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार किसानों को नुकसान से बचाने के लिए वैश्विक बाजारों में नए अवसर तलाश रही है।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने दिल्ली की घटना में अपने प्राण गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
‘वॉटरशेड महोत्सव’ के तहत आने वाले दिनों में देशभर में “वॉटरशेड जनभागीदारी कप 2025”, वृक्षारोपण, श्रमदान और परिसंपत्तियों के जीर्णोद्धार जैसे अभियान चलाए जाएंगे, जिनमें ग्रामीण समुदायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
