सितंबर तिमाही में सरकारी बैंकों को रिकॉर्ड 49,546 करोड़ का मुनाफा, इन बैंकों के लाभ में गिरावट

 सितंबर तिमाही में सरकारी बैंकों को रिकॉर्ड 49,546 करोड़ का मुनाफा, इन बैंकों के लाभ में गिरावट
नई दिल्ली। एसबीआई की अगुवाई में सरकारी बैंकों ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की सितंबर तिमाही में रिकॉर्ड 49,546 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। यह सालाना आधार पर 9 फीसदी अधिक है। हालांकि, इस दौरान दो बैंकों के मुनाफे में कमी भी दर्ज की गई। 12 बैंकों को सितंबर, 2024 की समान तिमाही में 45,547 करोड़ का लाभ हुआ था। इस तरह, इस बार यह 3,909 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
वित्तीय नतीजों से पता चलता है कि 12 बैंकों के कुल मुनाफे में 20,160 करोड़ रुपये के साथ अकेले एसबीआई की हिस्सेदारी 40 फीसदी रही। इसका लाभ सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़ा है। फीसदी के लिहाज से इंडियन ओवरसीज बैंक का लाभ सबसे अधिक 58 फीसदी बढ़कर 1,226 करोड़ रुपये पहुंच गया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 33 फीसदी बढ़त के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इसे 1,213 करोड़ का मुनाफा हुआ। बैंकों के कारोबार में भी तेज वृद्धि हुई है। एसबीआई का कारोबार जहां 100 लाख करोड़ हो गया, वहीं पंजाब नेशनल बैंक का 27.86 लाख करोड़ रुपये हो गया । 26.79 लाख करोड़ के साथ केनरा तीसरे स्थान पर है। यूनियन बैंक का कारोबार 22 लाख करोड़ के पार है।
बड़े बैंकों का कम बढ़ा लाभ
सितंबर तिमाही के दौरान बड़े बैंकों के मुनाफे की वृद्धि की रफ्तार धीमी रही। उदाहरण के तौर पर, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और इंडियन बैंक के फायदे में क्रमशः 19 फीसदी, 14 फीसदी एवं 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और पंजाब एंड सिंध बैंक के लाभ में 23 फीसदी की तेजी आई। हालांकि, बैंक ऑफ इंडिया का फायदा 8 फीसदी और यूको बैंक का केवल तीन फीसदी ही बढ़ा।
दो बैंकों के मुनाफे में गिरावट
चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही के दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को छोड़कर सभी 12 सरकारी बैंकों के मुनाफे में तेजी दर्ज की गई। इस अवधि में बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ 8 फीसदी घटकर 4,809 करोड़ रुपये रह गया। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ 10 फीसदी कम होकर 4,249 करोड़ रुपये रह गया।