एआईट्रांसम्यूट सॉल्यूशंस को वर्ष के उभरते भारतीय उद्यमी (प्रथम रनर-अप) के रूप में मिला मैरीटाइम एक्सीलेंस अचीवर्स अवार्ड 2025
नई दिल्ली- भारत के समुद्री क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन को गति देने वाली एक उभरती डीप-टेक स्टार्टअप एआईट्रांसम्यूट सॉल्यूशंस को बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 के दौरान प्रतिष्ठित मैरीटाइम एक्सीलेंस अचीवर्स अवार्ड 2025 में इमर्जिंग इंडियन एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर (प्रथम रनर-अप) श्रेणी में सम्मानित किया गया।
यह सम्मान एक युवा और प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो यह दर्शाता है कि नवाचार, दृढ़ संकल्प और दूरदर्शिता जैसे गुण सबसे पारंपरिक उद्योगों को भी नई दिशा दे सकते हैं। एआईट्रांसम्यूट सॉल्यूशंस अपने अभिनव एआई-आधारित समाधानों जैसे आई-टापस (इंटेलिजेंट टग्स एंड पायलट अलोकेशन सिस्टम), आई-बास (इंटेलिजेंट बर्थ अलोकेशन सिस्टम) तथा स्पर्श (स्मार्ट पोर्ट एनालिटिक्स एंड रिपोर्टिंग सॉल्यूशंस हब) के माध्यम से भारतीय बंदरगाहों को अधिक स्मार्ट, कुशल और पूर्वानुमेय बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
कंपनी के संस्थापक एवं सीईओ अभय शुक्ला के नेतृत्व में एआईट्रांसम्यूट ने समुद्री संचालन के डिजिटलीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टीम में आईआईटी और एनआईटी जैसे प्रमुख संस्थानों के युवा इंजीनियरों के साथ-साथ अनुभवी नाविकों और डोमेन विशेषज्ञों का अनूठा संगम शामिल है। यह मिश्रण समुद्री क्षेत्र और उन्नत एआई प्रौद्योगिकियों के बीच की खाई को प्रभावी ढंग से पाट रहा है, जिससे कंपनी भारत की मैरीटाइम डीप-टेक क्रांति की अग्रणी बन गई है।
एआईट्रांसम्यूट वर्तमान में जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह, पारादीप बंदरगाह और भारतीय पत्तन संघ के साथ मिलकर मंत्रालय के मार्गदर्शन में कार्य कर रही है। कंपनी की सक्रिय भूमिका मैत्री परियोजना के माध्यम से भारत-मध्य पूर्व-यूरोप गलियारे (आईएमईसी) में भी देखी जा रही है, जो एक स्मार्ट, सुरक्षित और डेटा-आधारित समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में बड़ा कदम है।
यह उपलब्धि न केवल एआईट्रांसम्यूट की नवाचार क्षमता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारत अब समुद्री क्षेत्र में डिजिटल और डीप-टेक नेतृत्व की दिशा में अग्रसर है।
संस्थापक एवं सीईओ अभय शुक्ला ने कहा, “यह सम्मान वास्तव में एआईट्रांसम्यूट की उस अद्भुत टीम का है, जो एक साझा मिशन से प्रेरित है – उभरती प्रौद्योगिकियों और डीप-टेक नवाचारों का उपयोग केवल कुछ नया या आकर्षक बनाने के लिए नहीं, बल्कि ऐसे वास्तविक समाधान विकसित करने के लिए जो मापनीय प्रभाव डालें। एआईट्रांसम्यूट की विशेषता इसकी संस्कृति में है, जहाँ विचारों की स्वतंत्रता को प्रोत्साहन मिलता है, जुनून से खोज करने का वातावरण है, और यह दृढ़ विश्वास है कि भारत जटिल क्षेत्रों जैसे समुद्री उद्योग में भी तकनीक और एआई अपनाने में विश्व का नेतृत्व कर सकता है। आईआईटी और एनआईटी से प्रशिक्षित तथा अनुभवी नाविकों द्वारा मार्गदर्शित हमारी टीम क्षेत्र-विशेष ज्ञान और तकनीकी उत्कृष्टता का आदर्श संगम है। यह पुरस्कार उनकी अथक जिज्ञासा, लगन और अलग सोचने के साहस का प्रतीक है। जैसे-जैसे भारत का डिजिटल और डीप-टेक परिदृश्य तीव्र गति से विकसित हो रहा है, मुझे गर्व है कि हमारी यात्रा इस व्यापक परिवर्तन का हिस्सा है – एक ऐसा आंदोलन जो यह परिभाषित कर रहा है कि नवाचार कैसे राष्ट्र और विश्व की सेवा कर सकता है।”
