दिल्ली में क्लाउड सीडिंग का पहला परीक्षण आज
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 28, 2025
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नई दिल्ली। दिल्ली में आज मंगलवार को क्लाउड सीडिंग का पहला परीक्षण होगा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने इसकी जानकारी दी। प्रदूषण कम करने के लिए कृत्रिम बारिश की तकनीक का परीक्षण हो रहा है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को कहा कि क्लाउड सीडिंग का पहला परीक्षण राजधानी में आज किया जाएगा, जब कानपुर से अभ्यास के लिए सुसज्जित विमान दृश्यता सुधरने पर पहुंच जाएगा।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि कानपुर में वर्तमान में दृश्यता 2,000 मीटर है और जैसे ही यह 5,000 मीटर तक पहुंच जाएगी, विमान उड़ान भरेगा। क्लाउड सीडिंग परीक्षण आज किया जाएगा।
जानिए क्या है क्लाउड सीडिंग
कृत्रिम बारिश यानी बिना मौसम बरसात, जिसे आमतौर पर क्लाउड सीडिंग कहा जाता है। एक मौसम परिवर्तन करने की तकनीक है जो बादलों में संघनन या कंडेंसेसन को प्रोत्साहित करके बारिश को बढ़ाती है। इसमें सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम आयोडाइड या शुष्क बर्फ जैसे कृत्रिम वर्षा रसायनों को बादलों में फैलाया जाता है ताकि नमी के कण एकत्रित होकर वर्षा की बूंदें बना सकें और उससे बरसात हो सके।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि कानपुर में वर्तमान में दृश्यता 2,000 मीटर है और जैसे ही यह 5,000 मीटर तक पहुंच जाएगी, विमान उड़ान भरेगा। क्लाउड सीडिंग परीक्षण आज किया जाएगा।
जानिए क्या है क्लाउड सीडिंग
कृत्रिम बारिश यानी बिना मौसम बरसात, जिसे आमतौर पर क्लाउड सीडिंग कहा जाता है। एक मौसम परिवर्तन करने की तकनीक है जो बादलों में संघनन या कंडेंसेसन को प्रोत्साहित करके बारिश को बढ़ाती है। इसमें सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम आयोडाइड या शुष्क बर्फ जैसे कृत्रिम वर्षा रसायनों को बादलों में फैलाया जाता है ताकि नमी के कण एकत्रित होकर वर्षा की बूंदें बना सकें और उससे बरसात हो सके।
