आरबीआई ने अगस्त में बेचे 7.7 अरब डॉलर
- कारोबार दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 22, 2025
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नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने जुलाई और अगस्त में अमेरिकी डॉलर नहीं खरीदे। रिजर्व बैंक का घोषित रुख है कि वह रुपया-डॉलर विनिमय दर के लिए किसी स्तर या बैंड को लक्ष्य नहीं करता है, बल्कि विदेशी मुद्रा बाजार में केवल तभी हस्तक्षेप करता है जब अत्यधिक अस्थिरता होती है। ये जानकारी आरबीआई ने अपने बुलेटिन में दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने विनिमय दर में उतार-चढ़ाव को रोकने और अमेरिकी मुद्रा मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट को थामने के लिए अगस्त में 7.7 अरब डॉलर की बिकवाली की। आरबीआई के ताजा बुलेटिन में प्रकाशित डॉलर की बिक्री/खरीद के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में केंद्रीय बैंक की डॉलर की शुद्ध बिक्री 7.69 अरब डॉलर रही। यह पिछले महीने की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है।
आंकड़ों से यह भी पता चला कि रिजर्व बैंक ने जुलाई और अगस्त में अमेरिकी डॉलर नहीं खरीदे। रिजर्व बैंक का घोषित रुख यह है कि वह रुपया-डॉलर विनिमय दर के लिए किसी स्तर या बैंड को लक्ष्य नहीं करता है, बल्कि विदेशी मुद्रा बाजार में केवल तभी हस्तक्षेप करता है जब अत्यधिक अस्थिरता होती है।
अगस्त में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई। सितंबर में भी बढ़ते व्यापार तनाव, बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं और लगातार विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के कम होने के बीच डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट आई।
आंकड़ों से यह भी पता चला कि रिजर्व बैंक ने जुलाई और अगस्त में अमेरिकी डॉलर नहीं खरीदे। रिजर्व बैंक का घोषित रुख यह है कि वह रुपया-डॉलर विनिमय दर के लिए किसी स्तर या बैंड को लक्ष्य नहीं करता है, बल्कि विदेशी मुद्रा बाजार में केवल तभी हस्तक्षेप करता है जब अत्यधिक अस्थिरता होती है।
अगस्त में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई। सितंबर में भी बढ़ते व्यापार तनाव, बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं और लगातार विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के कम होने के बीच डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट आई।
