धनतेरस से पहले गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स में 100 से अधिक अंक और निफ्टी 25550 के पास
- कारोबार दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 17, 2025
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नई दिल्ली। धनतेरस के ठीक एक दिन पहले तिमाही नतीजों के बाद आईटी शेयरों में गिरावट के चलते बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है।
वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार (17 अक्टूबर) को कमजोर रुख के साथ खुले। तिमाही नतीजों के बाद आईटी शेयरों में गिरावट के चलते बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 100 से ज्यादा अंक गिरकर 83,331 पर खुला। सुबह 9:25 बजे यह 65.32 अंक या 0.08 फीसदी की गिरावट लेकर 83,402.34 पर कारोबार कर रहा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty50) भी गिरावट लेकर 25,546 पर खुला। सुबह 9:27 बजे यह 25,583 अंक पर लगभग सपाट कारोबार कर रहा था।
विश्लेषकों का मानना है कि वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) सुस्त आय दर्ज कर सकती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल की बैठक शुक्रवार, 17 अक्टूबर को हो रही है जिसमें दूसरी तिमाही के नतीजों पर विचार किया जाएगा।
आरआईएल के लिए आय अनुमानों (बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा संकलित) से पता चलता है कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी तिमाही आधार पर करीब 3 फीसदी की समेकित एबिटा वृद्धि दर्ज कर सकती है। उस पर ऑयल अपस्ट्रीम व्यवसाय में कमजोर वृद्धि का दबाव पड़ सकता है। लेकिन मुंबई मुख्यालय वाली यह कंपनी दूरसंचार और तेल-रसायन (ओ2सी) व्यवसाय में शानदार वृद्धि दर्ज कर सकती है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 100 से ज्यादा अंक गिरकर 83,331 पर खुला। सुबह 9:25 बजे यह 65.32 अंक या 0.08 फीसदी की गिरावट लेकर 83,402.34 पर कारोबार कर रहा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty50) भी गिरावट लेकर 25,546 पर खुला। सुबह 9:27 बजे यह 25,583 अंक पर लगभग सपाट कारोबार कर रहा था।
विश्लेषकों का मानना है कि वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) सुस्त आय दर्ज कर सकती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल की बैठक शुक्रवार, 17 अक्टूबर को हो रही है जिसमें दूसरी तिमाही के नतीजों पर विचार किया जाएगा।
आरआईएल के लिए आय अनुमानों (बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा संकलित) से पता चलता है कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी तिमाही आधार पर करीब 3 फीसदी की समेकित एबिटा वृद्धि दर्ज कर सकती है। उस पर ऑयल अपस्ट्रीम व्यवसाय में कमजोर वृद्धि का दबाव पड़ सकता है। लेकिन मुंबई मुख्यालय वाली यह कंपनी दूरसंचार और तेल-रसायन (ओ2सी) व्यवसाय में शानदार वृद्धि दर्ज कर सकती है।
