दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी और सर्दी की दवा नहीं देने के निर्देश, सरकार ने लगाया बैन
नई दिल्ली। कफ सिरप से मध्य प्रदेश और राजस्थान में बच्चों की मौत के मामले सामने आने के बाद अधिकारिक तौर पर दिल्ली सरकार के परिवार कल्याण निदेशालय ने कफ सिरप के इस्तेमाल और दवाओं की खुराक के संबंध में एडवाइजरी जारी की है। इसमें सभी अस्पतालों को दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को खांसी और सर्दी की दवाएं न देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी सामान्य तौर दवा की सिफारिश न की जाएं।
एडवाइजरी के अनुसार बाल चिकित्सा देखभाल में खांसी और सर्दी की दवाएं दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को निर्धारित या वितरित नहीं की जानी चाहिए। आमतौर पर पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए अनुशंसित नहीं की जाती हैं।
प्रोटोकॉल का हो पालन
एडवाइजरी के अनुसार बाल चिकित्सा देखभाल में खांसी और सर्दी की दवाएं दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को निर्धारित या वितरित नहीं की जानी चाहिए। आमतौर पर पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए अनुशंसित नहीं की जाती हैं। बच्चे को खांसी या सांस लेने में कठिनाई के तहत प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। अस्पताल केंद्र सरकार के तीन अक्तूबर के जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करें।
कोल्ड्रिफ सिरप की तत्काल प्रभाव से खरीद-बिक्री पर रोक
साथ ही स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का ऑडिट किया जाएं। इसमें पांच आर पर ध्यान केंद्रित करें। इसमें सही व्यक्ति, सही दवा, सही खुराक, सही मार्ग, सही समय का पालन सुनिश्चित करें। सभी स्वास्थ्य देखभाल कर्मी किसी भी मामले और असामान्य मृत्यु के बारे में समय पर रिपोर्ट करें। वहीं दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने सभी हितधारकों को कोल्ड्रिफ सिरप की तत्काल प्रभाव से खरीद, बिक्री और वितरण में शामिल न होने के संबंध में कार्यालय आदेश जारी किया है। साथ ही आम लोगों को कफ सिरप के सेवन से परहेज के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए है।
