सोना 1.23 लाख रुपये प्रति दस ग्राम के पार, सराफा कारोबारी बोले- कीमत गिरने के आसार नहीं
- कारोबार दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 8, 2025
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नई दिल्ली। सोना-चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। माहभर में प्रति दस ग्राम सोना 10 हजार रुपये महंगा हुआ है। सोने की कीमत 1,23,500 लाख पर पहुंच गई। जबकि चांदी के भाव 1,52,900 रुपये प्रति किलोग्राम है।
त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की चमक बढ़ रही है। माहभर में सोना प्रति दस ग्राम 11,500 रुपये बढ़त के बाद 1,23,500 लाख पर पहुंच गया है। वहीं, प्रति किलो चांदी के भाव 1,52,900 रुपये पहुंच गए हैं। कीमतों में गिरावट के आसार भी कम हैं।
सराफा कारोबारियों के मुताबिक दो साल से सोने के भाव में तेजी दिख रही है। पिछले वर्ष दस अक्तूबर को सोना प्रति दस ग्राम करीब 78 हजार रुपये पर बिका था। 55 फीसदी उछाल के साथ यह 1,23,500 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया।
पिछले वर्ष दस अक्तूबर को चांदी का भाव 92 हजार रुपये प्रति किलो था जो अब 1,52,900 लाख रुपये पहुंच गया है। मानसून सीजन में भी इस वर्ष सोने-चांदी की चमक फीकी नहीं पड़ी। कारोबारियों का मानना है कि वैश्विक राजनीतिक, आर्थिक अनिश्चितता की वजह से सोने-चांदी की कीमतों में तेजी बरकरार है।
सराफा कारोबारियों के मुताबिक दाम में तेजी के बाद सोने में कुछ दिन के लिए ठहराव की उम्मीद है। लेकिन कीमतों में गिरावट के आसार कम हैं। कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय संकट खड़ा हुआ तो सोने-चांदी की कीमतों में फिर तेजी आ सकती है।
गहनों के वजन और बजट में संतुलन नहीं बिठा पा रहे ग्राहक
सराफा एसोसिएशन के मुताबिक कीमतों में तेजी की वजह से बाजार में निवेशकों की आवाजाही बढ़ी है। हालांकि, निम्न और मध्यम वर्ग के खरीदारों में कमी आई है। सहालग के लिए खरीदारी करने वाले प्रतिष्ठान पर पहुंच रहे हैं, लेकिन वह गहनों के वजन और अपने बजट में संतुलन नहीं बिठा पा रहे हैं।
बाजार में आए एक ग्राम से कम वजन के गहने
सराफा कारोबारियों के अनुसार सोने की कीमतों में बढ़त से आम आदमी के लिए दस ग्राम सोना खरीदना आसान नहीं रहा। इसे देखते हुए अब नोज रिंग, पिन, ईयर रिंग, अंगूठी आदि एक ग्राम से कम वजन में मंगा रहे हैं, ताकि खरीदार खाली हाथ न लौटें। आगामी करवाचौथ, धनतेरस के लिए विशेष रूप से मुंबई, राजस्थान, कोलकाता के कारीगरों को ऑर्डर दिए गए हैं।
सराफा कारोबारियों के मुताबिक दो साल से सोने के भाव में तेजी दिख रही है। पिछले वर्ष दस अक्तूबर को सोना प्रति दस ग्राम करीब 78 हजार रुपये पर बिका था। 55 फीसदी उछाल के साथ यह 1,23,500 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया।
पिछले वर्ष दस अक्तूबर को चांदी का भाव 92 हजार रुपये प्रति किलो था जो अब 1,52,900 लाख रुपये पहुंच गया है। मानसून सीजन में भी इस वर्ष सोने-चांदी की चमक फीकी नहीं पड़ी। कारोबारियों का मानना है कि वैश्विक राजनीतिक, आर्थिक अनिश्चितता की वजह से सोने-चांदी की कीमतों में तेजी बरकरार है।
सराफा कारोबारियों के मुताबिक दाम में तेजी के बाद सोने में कुछ दिन के लिए ठहराव की उम्मीद है। लेकिन कीमतों में गिरावट के आसार कम हैं। कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय संकट खड़ा हुआ तो सोने-चांदी की कीमतों में फिर तेजी आ सकती है।
गहनों के वजन और बजट में संतुलन नहीं बिठा पा रहे ग्राहक
सराफा एसोसिएशन के मुताबिक कीमतों में तेजी की वजह से बाजार में निवेशकों की आवाजाही बढ़ी है। हालांकि, निम्न और मध्यम वर्ग के खरीदारों में कमी आई है। सहालग के लिए खरीदारी करने वाले प्रतिष्ठान पर पहुंच रहे हैं, लेकिन वह गहनों के वजन और अपने बजट में संतुलन नहीं बिठा पा रहे हैं।
बाजार में आए एक ग्राम से कम वजन के गहने
सराफा कारोबारियों के अनुसार सोने की कीमतों में बढ़त से आम आदमी के लिए दस ग्राम सोना खरीदना आसान नहीं रहा। इसे देखते हुए अब नोज रिंग, पिन, ईयर रिंग, अंगूठी आदि एक ग्राम से कम वजन में मंगा रहे हैं, ताकि खरीदार खाली हाथ न लौटें। आगामी करवाचौथ, धनतेरस के लिए विशेष रूप से मुंबई, राजस्थान, कोलकाता के कारीगरों को ऑर्डर दिए गए हैं।
