बाबा चैतन्यानंद की करतूत पर पर्दा डालने वाली तीन महिला वार्डन गिरफ्तार
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- October 3, 2025
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नई दिल्ली। पुलिस ने चैतन्यानंद के आश्रम में कार्यरत तीन महिलाओं श्वेता शर्मा (एसोसिएट डीन), भावना कपिल (कार्यकारी निदेशक) और काजल (वरिष्ठ संकाय) को गिरफ्तार किया है। इन्हें छात्राओं को उकसाने, धमकी देने और सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली के वसंतकुंज इलाके में 17 छात्राओं के यौन शोषण का आरोपी स्वामी चैतन्यानंद उर्फ पार्थ सारथी अल्मोड़ा के एक होटल में छात्राओं के साथ रुका था। इसकी पुष्टि बाबा के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए उत्तराखंड पहुंची पुलिस टीम ने की है। टीम वहां के स्टाफ से बाबा के बारे में और पड़ताल करने की कोशिश कर रही है। संस्थान में बाबा की हरकतों पर पर्दा डालने वाली और छात्राओं के विरोध को दबाने वाली तीन वार्डन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने छात्राओं के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था। इस ग्रुप पर छात्राओं को योग करते हुए तस्वीर डालना अनिवार्य था। इसके पीछे उसका तर्क सेहतमंद शरीर और बेहतर दिमाग था लेकिन मंशा बेहद कुत्सित थी। योग करती हुई छात्राओं की फोटो पर अनुचित और अश्लील टिप्पणी करता था। कोई छात्रा विरोध करती उसकी आवाज को संस्थान में कार्य करने वाली वार्डन दबा देती थीं। पुलिस को इन तस्वीरों पर चैतन्यानंद की अनुचित टिप्पणी की चैट मिल गई है।
पुलिस ने आश्रम कार्यरत तीन महिलाओं श्वेता शर्मा (एसोसिएट डीन), भावना कपिल (कार्यकारी निदेशक) और काजल (वरिष्ठ संकाय) को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इन्हें छात्राओं को उकसाने, धमकी देने और सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि तीनों को बाउन-डाउन करके छोड़ दिया गया। इन्होंने आरोपी पार्थसारथी के निर्देशों का पालन करने के आरोपों को स्वीकार किया है।
अपने किए पर पछतावा नहीं
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार पार्थसारथी का रवैया किसी भी प्रकार के अपराधबोध या पश्चाताप से भरा नहीं है। पूछताछ के दौरान अभी भी ये नहीं लगा कि उसे किसी तरह का पछतावा है। हालांकि वह पूछताछ में किसी तरह का सहयोग नहीं कर रहा है।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने छात्राओं के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था। इस ग्रुप पर छात्राओं को योग करते हुए तस्वीर डालना अनिवार्य था। इसके पीछे उसका तर्क सेहतमंद शरीर और बेहतर दिमाग था लेकिन मंशा बेहद कुत्सित थी। योग करती हुई छात्राओं की फोटो पर अनुचित और अश्लील टिप्पणी करता था। कोई छात्रा विरोध करती उसकी आवाज को संस्थान में कार्य करने वाली वार्डन दबा देती थीं। पुलिस को इन तस्वीरों पर चैतन्यानंद की अनुचित टिप्पणी की चैट मिल गई है।
पुलिस ने आश्रम कार्यरत तीन महिलाओं श्वेता शर्मा (एसोसिएट डीन), भावना कपिल (कार्यकारी निदेशक) और काजल (वरिष्ठ संकाय) को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इन्हें छात्राओं को उकसाने, धमकी देने और सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि तीनों को बाउन-डाउन करके छोड़ दिया गया। इन्होंने आरोपी पार्थसारथी के निर्देशों का पालन करने के आरोपों को स्वीकार किया है।
अपने किए पर पछतावा नहीं
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार पार्थसारथी का रवैया किसी भी प्रकार के अपराधबोध या पश्चाताप से भरा नहीं है। पूछताछ के दौरान अभी भी ये नहीं लगा कि उसे किसी तरह का पछतावा है। हालांकि वह पूछताछ में किसी तरह का सहयोग नहीं कर रहा है।
