जासूसी के आरोप में ईरान ने युवक को दी फांसी; सजा-ए-मौत के मामलों में तेजी

 जासूसी के आरोप में ईरान ने युवक को दी फांसी; सजा-ए-मौत के मामलों में तेजी
नई दिल्ली। ईरान ने इस्राइल के लिए जासूसी करने के आरोप में बहमन चूबियासल नामक युवक को फांसी दी है। यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। जून में इस्राइल के साथ संघर्ष के बाद से ईरान ने जासूसी के आरोप में नौ लोगों को फांसी पर लटकाया है।
ईरान ने सोमवार को कहा कि उसने इस्राइल के लिए जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को फांसी दी है। तेहरान में कई दशकों में सबसे ज्यादा लोगों को फांसी देने का काम जारी है। उसी कड़ी में यह ताजा मामला है। जिस व्यक्ति को सजा-ए-मौत दी गई है, उसकी पहचान बहमन चूबियासल के रूप में हुई है।
हालांकि, ईरानी मीडिया और मौत की सजा पर नजर रखने वाले कार्यकर्ताओं को इस मामले की तत्काल कोई सूचना नहीं मिली है। इस व्यक्ति जासूसी के आरोप में ऐसे समय में फांसी दी गई है, जब इस साप्ताहांत पर संयुक्त राष्ट्र ने परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। ईरान का कहना है कि चूबियासल ने इस्राइल की जासूसी एजेंसी मोसाद के अधिकारियों से मुलाकात की थी। वहीं, ईरान की न्यायपालिका की सूचना एजेंसी ‘मिजान’ ने बताया कि चूबियासल संवेदनशील परियोजनाओं पर काम करता था और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के आयात के मार्गों की जानकारी देता था।