नवरात्र से पहले घर ले आए देवी की ये प्रिय चीज, दुर्गा प्रसन्न होकर देंगी आर्शीवाद
नई दिल्ली।आज रविवार से पित्रपक्ष समाप्त हो रहे हैं। इसके दूसरे दिन यानी सोमवार से शारदीय नवरात्रि शुरू होगे। नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-आराधना की जाती है। माना जाता है कि ये 9 दिन-रात्रि पूर्णतया जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित रहते हैं। इसी के साथ इन 9 दिनों में व्रत भी रखा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। लेकिन, पंडित रामानंद मिश्रा के अनुसार नवरात्र में शुभ फल प्राप्ति के लिए कलश स्थापना से पहले घर मे माँ दुर्गा की प्रिय वस्तु ले आया जाए तो माँ दुर्गा बेहद प्रसन्न होती हैं और शुभ आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
इस दिन से शुरू हो रहे नवरात्रि
वैदिक पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि अश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है। नवमी तिथि को समाप्त होती है। इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर से होगी। 22 सितंबर को ही कलश स्थापना की जाएगी. फिर 30 सितंबर को महाअष्टमी, एक अक्टूबर को महानवमी और दो अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। दो अक्टूबर को ही मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन होगा।
नवरात्रि के पहले लाए यह चीजें
– धार्मिक रूप से नवरात्रि के दिनों में चांदी का सिक्का घर लाना बहुत शुभ माना जाता है। इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में इस सिक्के की पूजा करने से घर में समृद्धि होती है और धन की कमी नहीं रहती है।
नवरात्रि में माता लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति लाना भी शुभ होता है। माता लक्ष्मी को माता दुर्गा का ही एक स्वरूप माना जाता है और उनकी पूजा से घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा को 16 श्रृंगार अर्पित करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। महिलाएं माता रानी को 16 श्रृंगार अर्पित करती हैं जिससे उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ऐसे में, नवरात्रि में श्रृंगार का सामान घर लाना अत्यंत शुभ माना जाता है। महालक्ष्मी यंत्र मां दुर्गा को बेहद प्रिय है। अगर घर में नवरात्रि से पहले महालक्ष्मी यंत्र ले आते हैं तो घर में कभी धन की कमी नहीं होंगी। आर्थिक तंगी नहीं होगी। आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो नवरात्रि के अवसर पर इसे लाना अत्यंत शुभ होता है। तुलसी के पौधे को नवरात्रि में लाकर उसकी पूजा करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
