झारखंड में कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन, दर्जनों ट्रेनें बाधित, मुश्किल में यात्री
- झारखण्ड दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- September 20, 2025
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सरायकेला। झारखंड में कुड़मी जाति को एसटी(अनुसूचित जनजाति) का दर्जा देने की मांग को लेकर आज शनिवार को कई जिलों में आंदोलन उग्र रूप में सामने आया। सरायकेला जिले के सीनी रेलवे स्टेशन पर हजारों लोग रेल पटरियों पर बैठ गए, जिससे ट्रेन परिचालन पूरी तरह ठप हो गया।
झारखंड में कुड़मी जाति को आदिवासी (अनुसूचित जनजाति-एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर शनिवार को कई जिलों में आंदोलन उग्र रूप में सामने आया। सरायकेला जिले में रेल रोको आंदोलन का व्यापक असर देखा गया। सीनी रेलवे स्टेशन पर हजारों पुरुष और महिलाएं रेल पटरियों पर बैठ गए, जिससे ट्रेन परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। रेलवे की दोनों रूटों पर ट्रेनें प्रभावित रहीं। दर्जनों ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ी कर दी गईं, कई ट्रेनें घंटों की देरी से चलीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्टेशन परिसर में बच्चे, बुजुर्ग और अन्य यात्री बुरी तरह फंसे रहे।
झारखंड राज्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका
कुड़मी समाज के नेताओं ने कहा कि झारखंड राज्य के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन आज तक उन्हें उनके अधिकार नहीं मिले। नेताओं प्रकाश महतो, सुनील महतो और आशुतोष महतो ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा है और केंद्र सरकार कुड़मी जाति को एसटी का दर्जा देने तक यह आंदोलन अनिश्चितकालीन जारी रहेगा।
झारखंड राज्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका
कुड़मी समाज के नेताओं ने कहा कि झारखंड राज्य के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन आज तक उन्हें उनके अधिकार नहीं मिले। नेताओं प्रकाश महतो, सुनील महतो और आशुतोष महतो ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा है और केंद्र सरकार कुड़मी जाति को एसटी का दर्जा देने तक यह आंदोलन अनिश्चितकालीन जारी रहेगा।
