भारतीय क्रिकेट टीम का स्पॉन्सर बनी अपोलो टायर कंपनी, पहली बार बीसीसीआई ने किया करार
- खेल दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- September 17, 2025
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मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपोलो टायर्स को ढाई साल के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य प्रायोजक घोषित किया है। ड्रीम 11 के मुख्य प्रायोजक से बाहर निकलने के बाद अब अपोलो टायर्स मार्च 2028 तक भारतीय पुरुष एवं महिला क्रिकेट टीम की मुख्य प्रायोजक रहेगी।
कड़ी बोली के बाद हासिल की गई नई साझेदारी
बीसीसीआई ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि टायर कंपनी अपोलो टायर्स पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम के साथ जुड़ रही है। कड़ी बोली प्रक्रिया के बाद हासिल की गई यह नई साझेदारी प्रायोजन मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है। यह भारतीय क्रिकेट की विशाल और बढ़ती व्यावसायिक अपील को दर्शाती है।
579 करोड़ रुपये की बोली
खबरों के मुताबिक, अपोलो टायर्स ने मुख्य प्रायोजक बनने के लिए 579 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। मुख्य प्रायोजक बनने के बाद अब अपोलो टायर्स का लोगो भारतीय क्रिकेट की पुरुष व महिला टीम की जर्सी पर प्रमुख रूप से दिखेगा। इससे पहले, फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 ने जुलाई 2023 में 358 करोड़ रुपये में तीन साल के लिए बोर्ड के साथ करार किया था। वह एडटेक फर्म बैजूस के बाद मुख्य प्रायोजक बनी थी।
एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के
फिलहाल, भारतीय टीम दुबई में एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के खेल रही है। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि कड़ी बोली प्रक्रिया की प्रतिस्पर्धात्मक प्रकृति बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट टीम के वैश्विक ब्रांड में बाजार के मजबूत विश्वास को दिखाती है।
अपोलो टायर्स का हमारा नया प्रायोजक
बीसीसीआई के सचिव देवजित सैकिया ने बयान जारी कर कहा, ‘अपोलो टायर्स का हमारा नया प्रायोजक बनना हमारी टीमों की कड़ी मेहनत और निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है। हम भारतीय क्रिकेट में अपोलो के पहली बार प्रमुख प्रायोजक बनने पर काफी उत्साहित हैं, जो इस खेल की बेजोड़ पहुंच और प्रभाव को दर्शाता है। यह एक व्यावसायिक समझौते से कहीं आगे हैं। यह दो संस्थानों के बीच एक साझेदारी है, जिसने लाखों लोगों का विश्वास और भरोसा जीता है।’
बीसीसीआई ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि टायर कंपनी अपोलो टायर्स पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम के साथ जुड़ रही है। कड़ी बोली प्रक्रिया के बाद हासिल की गई यह नई साझेदारी प्रायोजन मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है। यह भारतीय क्रिकेट की विशाल और बढ़ती व्यावसायिक अपील को दर्शाती है।
579 करोड़ रुपये की बोली
खबरों के मुताबिक, अपोलो टायर्स ने मुख्य प्रायोजक बनने के लिए 579 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। मुख्य प्रायोजक बनने के बाद अब अपोलो टायर्स का लोगो भारतीय क्रिकेट की पुरुष व महिला टीम की जर्सी पर प्रमुख रूप से दिखेगा। इससे पहले, फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 ने जुलाई 2023 में 358 करोड़ रुपये में तीन साल के लिए बोर्ड के साथ करार किया था। वह एडटेक फर्म बैजूस के बाद मुख्य प्रायोजक बनी थी।
एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के
फिलहाल, भारतीय टीम दुबई में एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के खेल रही है। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि कड़ी बोली प्रक्रिया की प्रतिस्पर्धात्मक प्रकृति बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट टीम के वैश्विक ब्रांड में बाजार के मजबूत विश्वास को दिखाती है।
अपोलो टायर्स का हमारा नया प्रायोजक
बीसीसीआई के सचिव देवजित सैकिया ने बयान जारी कर कहा, ‘अपोलो टायर्स का हमारा नया प्रायोजक बनना हमारी टीमों की कड़ी मेहनत और निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है। हम भारतीय क्रिकेट में अपोलो के पहली बार प्रमुख प्रायोजक बनने पर काफी उत्साहित हैं, जो इस खेल की बेजोड़ पहुंच और प्रभाव को दर्शाता है। यह एक व्यावसायिक समझौते से कहीं आगे हैं। यह दो संस्थानों के बीच एक साझेदारी है, जिसने लाखों लोगों का विश्वास और भरोसा जीता है।’