देश में बढ़ी थोक महंगाई दर; बाजार में नरमी

 देश में बढ़ी थोक महंगाई दर; बाजार में नरमी
नई दिल्ली। सरकार की ओर से जारी थोक महंगाई के अंकड़ों के अनुसार डब्ल्यूपीआई चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं, देश के निर्यात में इजाफा और आयात में गिरावट आई है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद लाल निशान पर बंद हुए। सरकार की ओर से जारी थोक महंगाई के अंकड़ों के अनुसार डब्ल्यूपीआई चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं, देश के निर्यात में इजाफा और आयात में गिरावट आई है। बाजार से जुड़ी इन अहम खबरों को इंफोग्राफिक के साथ यहां पढ़ें।
निर्यात 6.7% बढ़ा, आयात में 10% की गिरावट
भारत का निर्यात 6.7 प्रतिशत बढ़कर 35.1 अरब डॉलर हो गया है। वहीं देश का आयात 10.2 प्रतिशत घटकर 61.59 अरब डॉलर हो गया। सरकार ने इससे जुड़े आंकड़े जारी कर दिए हैं। अगस्त 2025 के दौरान व्यापार घाटा 26.49 बिलियन अमरीकी डॉलर था, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 35.64 बिलियन अमरीकी डॉलर था। देश के आयात-निर्यात के देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण संकेतकों में से एक थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति अगस्त 2025 में बढ़कर 0.52 प्रतिशत हो गई। यह पिछले चार महीनों में सबसे ऊंचा स्तर है। थोक कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण खाद्य और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में मामूली इजाफा रहा। दूसरी ओर, ईंधन और बिजली की कीमतों में कमी देखी गई।