शुक्र-बुध करेंगे 15 सितंबर से गोचर, इन राशि वालों के कारोबार में होगी उन्नति

 शुक्र-बुध करेंगे 15 सितंबर से गोचर, इन राशि वालों के कारोबार में होगी उन्नति
नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र और बुध दोनों ही महत्वपूर्ण ग्रह है। जिसका व्यापक प्रभाव जातकों के करियर-कारोबार पर पड़ता है। जहां शुक्र धन, विलासिता और प्रेम के कारक है। बुध संवाद, व्यापार, बुद्धि और तर्क के प्रतीक है। साथ ही उनकी गणना “ग्रहों के राजकुमार” के रूप में भी की जाती है। ज्योतिषियों के मुताबिक कुंडली में दोनों के शुभ प्रभाव से जातकों को व्यापार और निवेश में धन लाभ की प्राप्ति होती हैं और व्यक्ति का भौतिक सुख भी बढ़ता है। यही नहीं दोनों ग्रहों का गोचर भी ज्योतिष शास्त्र की अहम घटनाओं में से एक है। सितंबर में शुक्र-बुध का गोचर एक दिन होने वाला है। दरअसल, 15 सितंबर 2025 को मध्यरात्रि 12 बजकर 06 मिनट शुक्र सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। परंतु 15 सितंबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर बुध सिंह से निकलकर कन्या राशि में आएंगे।
सिंह राशि
यह समय आपके लिए शुभ रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। सिंह राशि वालों का इष्ट मित्रों के सहयोग से कोई रुका हुआ कार्य बन सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है। निवेश में धन लाभ होगा, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। व्यापार में नई योजनाओं को लागू करने के लिए समय उन्नतिदायक रहेगा। करियर-कारोबार में भी प्रगति होती नजर आएगी। समाज में प्रभाव बढ़ने से आपके रिश्ते में लोगों से बेहतर होंगे। पिताजी से चल रही अनबन समाप्त होगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों को व्यापार से बड़ा धन लाभ हो सकता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति पटरी पर आएगी। अगर कोई कर्ज आपको परेशान कर रहा था, तो वह कम होगा। रिश्तों में गलतफहमियों को संवाद से दूर करने का प्रयास सफल होगा। जीवनसाथी की भावनाओं की कद्र करना आपके रिश्ते को नई दिशा देगा। कला के क्षेत्र में नया अपडेट मिलने से अधिक सुकून महसूस करेंगे। भूमि-भवन, वाहन आदि के क्रय-विक्रय की कामना भी पूरी होगी।
धनु राशि
धनु राशि वालों को सेहत में चल रही परेशानियों से राहत मिलेगी। आपका भौतिक सुख बढ़ेगा। कर्ज से मुक्ति मिलते हुए आर्थिक स्थिति बेहतर बनेगी। व्यापार में अचानक धन लाभ होने की संभावना है। घर में कोई मांगलिक कार्य या खुशी का माहौल बन सकता है। आत्मविश्वास बढे़गा।  धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।