राष्ट्रपति-PM के घर में आगजनी, नेपाल में हालात बेकाबू, पीएम ओली ने दिया इस्तीफा;

 राष्ट्रपति-PM के घर में आगजनी, नेपाल में हालात बेकाबू, पीएम ओली ने दिया इस्तीफा;
काठमांडू। नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बीच पीएम केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे एक दिन पहले युवाओं के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में करीब 20 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे।
ओली के इस्तीफे पर युवाओं में खुशी की लहर
नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हम बहुत खुश हैं कि नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है।’नेपाल की राजधानी में मौजूदा हालात को देखते हुए चौथे काठमांडू कलिंग साहित्य महोत्सव को स्थगित कर दिया गया है, आयोजकों ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। सोमवार को सोशल मीडिया साइटों पर सरकारी प्रतिबंध के खिलाफ काठमांडू और कुछ अन्य स्थानों पर युवाओं द्वारा किए गए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 19 लोग मारे गए और 300 से ज़्यादा घायल हो गए।
आयोजकों ने बताया कि यह कार्यक्रम 13 और 14 सितंबर को काठमांडू में होना था। उन्होंने बताया कि बानू मुश्ताक, दीपा भाष्थी और बासुदेव त्रिपाठी सहित 60 से ज़्यादा भारतीय और 200 नेपाली लेखक इस महोत्सव में शामिल होने वाले थे। कलिंग साहित्य महोत्सव की निदेशक रश्मि रंजन परिदा ने कहा कि यह आयोजन अब 14 और 15 फरवरी, 2026 को होगा। भुवनेश्वर स्थित आयोजकों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध को लेकर काठमांडू में हुई हिंसा को देखते हुए इसे स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। इसमें कहा गया है कि इस समय महोत्सव का आयोजन न तो उचित होगा और न ही सम्मानजनक।
नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल का इस्तीफा
नेपाल के स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्री प्रदीप पौडेल ने जेनरेशन जेड के विरोध प्रदर्शनों से निपटने के सरकार के तरीके पर अपनी असहमति जताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपने फैसले की घोषणा करते हुए, पौडेल ने लिखा कि युवा पीढ़ी ने सिर्फ सुशासन, जवाबदेही और न्याय की मांग की थी, लेकिन इसके बजाय उन्हें सरकारी दमन और गोलीबारी का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘देश का बेहतर भविष्य चाहने वाले युवाओं को गोली मारना उचित नहीं ठहराया जा सकता।’ नेपाली कांग्रेस के एक केंद्रीय नेता पौडेल ने कहा कि उनकी अंतरात्मा उन्हें ऐसी परिस्थितियों में मंत्रिमंडल में बने रहने की इजाजत नहीं देती। उनका इस्तीफा देश भर में तेज होते विरोध प्रदर्शनों के बीच आया है, जिसमें कई प्रदर्शनकारी पहले ही अपनी जान गंवा चुके हैं।