अवैध संबंधों के चक्कर में जिला पंचायत सदस्य की अपहरण के बाद हत्या, महिला समेत दो गिरफ्तार

 अवैध संबंधों के चक्कर में जिला पंचायत सदस्य की अपहरण के बाद हत्या, महिला समेत दो गिरफ्तार
प्रयागराज। प्रयागराज में अवैध संबंधों के कारण पूर्व जिला पंचायत सदस्य की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। नवाबगंज थाने की पुलिस टीम एवं एसओजी की सर्विलांस टीम ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य की अपहरण कर हत्या मामले का खुलासा करते हुए गुरुवार को भगौतीपुर चौराहे के पास से हत्या की साजिश रचने वाली महिला व मृतक के दोस्त को गिरफ्तार किया। हत्या की वजह दोस्त की पत्नी से प्रेम संबंध निकलकर सामने आया है। हत्या में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही है।
डीसीपी गंगानगर ने बताया कि हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपितों में धूमनगंज थाना क्षेत्र के उमरपुर नीवा गांव निवासी लीला यादव पत्नी स्वर्गीय पप्पू यादव और नवाबगंज के तुलसीराम का पूरा गांव निवासी रामसिंह यादव पुत्र हरिश्चन्द्र यादव है। जबकि वारदात में शामिल नवाबगंज के तुलसीराम का पूरा इब्राहिमपुर गांव निवासी उदय सिंह पुत्र भोला यादव, विजय यादव व विजय यादव का नौकर सुजीत श्रीवास्तव की गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस की टीमें सम्भावित स्थानों पर दबिश दे रही है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपित राम सिंह ने बताया कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर सिंह यादव व नवाबगंज के तुलसीराम गांव निवासी उदय यादव पुत्र भोलानाथ यादव से गहरी दोस्ती थी। दोनों एक दूसरे के घर आना जाना था। इस दौरान उदय यादव की पत्नी अंजली यादव से बीते काफी दिनों से रणधीर यादव का अवैध संबंध था। लगभग दो माह पूर्व उदय अपनी पत्नी अंजली को लेकर रणधीर यादव के साथ नैनीताल घूमने गए थे। जहां रणधीर व अंजली को अपत्तिजनक स्थिति में उदय यादव ने देख लिया था। हालांकि वहां से दोनों वापस लौट आए। वापस लौटने के बाद अंजली लगातार रणधीर यादव से वार्ता करती रही। इसी बीच अंजली यादव की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई।
परिवार के लोग वगैर पुलिस को सूचना दिए अंजली के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस संबंध में उदय यादव की सास लीला यादव को पूरी जानकारी होने के बाद, बेटी की बर्बादी का बदला लेने के लिए योजना तैयार किया और 22 अगस्त को रणधीर यादव को उसके दोस्त राम सिंह के माध्यम से उमरपुर नीवां बुलाया और उसे अत्याधिक शराब पिला दिया। जिसके बाद मलाक हरहर के समीप गाड़ी के अन्दर सभी लोगों ने मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को लेजाकर पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के सामने फेंक दिया। जिससे रणधीर का शव इस तरह क्षतिग्रस्त हो गया कि उसकी पहचान नहीं हो सकी और 72 घंटे के बाद शव का लावारिश में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।