उत्तर प्रदेश में यमुना ने लिया विकराल रूप…ताजमहल तक पहुंचा पानी; हाई अलर्ट

 उत्तर प्रदेश में यमुना ने लिया विकराल रूप…ताजमहल तक पहुंचा पानी; हाई अलर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में युमना ने विकराल रूप ले लिया है। यमुना में आई बाढ़ से से कई जगहों पर गांवों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। विकराल यमुना चेतावनी का स्तर पार कर चुकी है। अगले 24 घंटों में बाढ़ की आशंका है, जिसके चलते 23 तक नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही 40 गांवों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
पहाड़ों पर बारिश और विभिन्न बैराजों से छोड़े जा रहे पानी के कारण यमुना विकराल रूप धारण कर रही है। अगले 24 घंटों में बाढ़ की आशंका है। बृहस्पतिवार शाम वॉटर वर्क्स पर जलस्तर चेतावनी के स्तर से साढ़े आठ इंच अधिक यानी 495.7 फीट पर पहुंच गया। यमुना किनारे स्थित संरक्षित स्मारक एत्माद्दौला के पिछले हिस्से में बने 12 कमरों में पानी भर गया है। बल्केश्वर में पार्वती घाट डूब गया। मोक्षधाम में तीन दिन से पानी भरने के कारण दाह संस्कार प्रभावित हैं।
हथिनीकुंड बैराज से 17 अगस्त शाम चार बजे छोड़ा गया 1.78 लाख क्यूसेक पानी बृहस्पतिवार को आगरा पहुंच गया, जिससे यमुना उफान पर आ गई। चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही यमुना में पिछले 24 घंटे में चार इंच जलस्तर बढ़ा है। एहतियात के तौर पर डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। अगले दो दिन यानी 23 अगस्त तक यमुना में नाव चलाने पर रोक लगा दी गई है।
डीएम ने तनौरा नूरपुर, समौगर का बुर्ज मजरा, सरगन खेड़ा आदि गांव में ग्रामीणों को लाइफ जैकेट बांटीं। बाढ़ की आशंका पर प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। डीएम ने बरौली स्थित बाढ़ राहत केंद्र का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य, बिजली, राजस्व व आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट किया है।
आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर और कंट्रोल रूम बनाया है। एसडीएम सचिन राजपूत के बताया कि गोताखोर, मोटर बोट, लाइफ जैकेट व बाढ़ से बचाव व राहत दल तैयार हैं। यमुना में 495 फीट पर चेतावनी स्तर है। 499 फीट बाढ़ का जलस्तर है। सिंचाई विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में यानी शुक्रवार रात तक यमुना का जलस्तर 500 फीट तक पहुंच सकता है। गोकुल बैराज से भी यमुना में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।