एडवांस्ड पोस्टल तकनीक से स्मार्ट होंगे डाकघर, इंडिया पोस्ट की डिजिटल यात्रा में साहसिक कदम
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 20, 2025
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नई दिल्ली। एडवांस्ड पोस्टल तकनीक से डाकघर स्मार्ट होंगे। ये जानकारी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर लिखकर दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारतीय डाक की ओर से एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ करते हुए बेहद खुशी है। यह भारत की डिजिटल यात्रा में ऐतिहासिक कदम है। 5,800 करोड़ रुपये के निवेश से एपीटी, इंडिया पोस्ट को विश्वस्तरीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक्स संगठन में बदल देगा।
डाकघर की सेवाएं और तेज होंगी। इंडिया पोस्ट ने देशभर में 5,800 करोड़ की एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी (एपीटी) की शुरुआत की है। नई तकनीक से पार्सल और चिट्ठी की रियल-टाइम ट्रैकिंग संभव होगी। इससे लोग किसी भी बैंक से यूपीआई पेमेंट कर सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर लिखा, भारतीय डाक की ओर से एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ करते हुए बेहद प्रसन्न हूं। यह भारत की डिजिटल यात्रा में ऐतिहासिक कदम है। 5,800 करोड़ रुपये के निवेश से एपीटी, इंडिया पोस्ट को विश्वस्तरीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक्स संगठन में बदल देगा।
सिंधिया ने आगे लिखा, एपीटी पूरी तरह स्वदेशी प्लेटफॉर्म है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया की सोच से प्रेरित है। उन्होंने बताया कि नई तकनीक से रियल-टाइम निर्णय लेना आसान होगा, ई-कॉमर्स की पहुंच बढ़ेगी, ऑटोमेशन से परिचालन लागत घटेगी और नागरिकों को कहीं भी–कभी भी सेवाएं मिल सकेंगी।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर लिखा, भारतीय डाक की ओर से एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ करते हुए बेहद प्रसन्न हूं। यह भारत की डिजिटल यात्रा में ऐतिहासिक कदम है। 5,800 करोड़ रुपये के निवेश से एपीटी, इंडिया पोस्ट को विश्वस्तरीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक्स संगठन में बदल देगा।
सिंधिया ने आगे लिखा, एपीटी पूरी तरह स्वदेशी प्लेटफॉर्म है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया की सोच से प्रेरित है। उन्होंने बताया कि नई तकनीक से रियल-टाइम निर्णय लेना आसान होगा, ई-कॉमर्स की पहुंच बढ़ेगी, ऑटोमेशन से परिचालन लागत घटेगी और नागरिकों को कहीं भी–कभी भी सेवाएं मिल सकेंगी।
