हमास की युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमति: इस्राइल की मंजूरी का इंतजार; मरने वालों की संख्या 62 हजार के पार
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 19, 2025
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राफा। गाजा में 22 महीनों से जारी खूनी संघर्ष के बीच हमास ने अरब देशों द्वारा पेश किए गए युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। अब फैसला इस्राइल को लेना है। हालांकि गाजा के क्षेत्रों में इस्राइल की सख्ती अभी कम नहीं हुई है। फलस्वरूप इस संघर्ष में अब तक 62 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं और लाखों बेघर हो चुके हैं। भुखमरी चरम पर है और हालात दिन-ब-दिन भयावह होते जा रहे हैं।
इस्राइल और हमास के बीच लगभग 22 महीनों से चल रहा संघर्ष दिन-प्रतिदिन और भयावह होता जा रहा है। इसी बीच मामले में सोमवार को हमास ने एक बड़ा एलान किया है। इसके तहत हमास ने बयान जारी कर कहा कि उसने अरब देशों द्वारा पेश किए गए एक नए युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। अब इस प्रस्ताव को लागू करने के लिए इस्राइल की मंजूरी जरूरी है। सात अक्तूबर 2023 को हमास के गाजा पर हमले के साथ शुरू हुए संघर्ष में गाजा में अब तक 62,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। वहीं लाखों लोग बेघर हो चुके है। भुखमरी भी अपने चरम पर है।
बता दें कि इस्राइल ने पिछले महीने जब बातचीत टूट गई थी, तब गाजा सिटी और अन्य घनी आबादी वाले इलाकों को फिर से कब्जे में लेने की योजना बनाई थी। इससे हालात और बिगड़ने की आशंका है, जबकि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ पहले ही गाजा को भुखमरी की कगार पर बता चुके हैं। हमास पर दबाव बनाने के लिए की गई सैन्य कार्रवाई की योजना पर दुनिया भर में विरोध हो रहा है। खुद इस्राइल में भी रविवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जिनमें बंधकों की सुरक्षित वापसी की मांग की गई।
इस्राइल का रुख अभी भी सख्त
मामले में इस्राइल का रुख अभी भी नरम होने का नाम नहीं ले रहा है। वैश्विक दवाब के बावजूद इस्राइल गाजा में सैन्य कार्रवाई रोकने को तैयार नहीं है। इसको लेकर इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक सभी बंधक रिहा नहीं हो जाते। साथ ही और हमास को पूरी तरह से कमजोर नहीं कर दिया जाता। वहीं, हमास ने कहा है कि वह सिर्फ तभी बंधकों को छोड़ेगा जब इस्राइल स्थायी युद्धविराम और अपने सैनिकों की वापसी पर राजी हो।
बता दें कि इस्राइल ने पिछले महीने जब बातचीत टूट गई थी, तब गाजा सिटी और अन्य घनी आबादी वाले इलाकों को फिर से कब्जे में लेने की योजना बनाई थी। इससे हालात और बिगड़ने की आशंका है, जबकि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ पहले ही गाजा को भुखमरी की कगार पर बता चुके हैं। हमास पर दबाव बनाने के लिए की गई सैन्य कार्रवाई की योजना पर दुनिया भर में विरोध हो रहा है। खुद इस्राइल में भी रविवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जिनमें बंधकों की सुरक्षित वापसी की मांग की गई।
इस्राइल का रुख अभी भी सख्त
मामले में इस्राइल का रुख अभी भी नरम होने का नाम नहीं ले रहा है। वैश्विक दवाब के बावजूद इस्राइल गाजा में सैन्य कार्रवाई रोकने को तैयार नहीं है। इसको लेकर इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक सभी बंधक रिहा नहीं हो जाते। साथ ही और हमास को पूरी तरह से कमजोर नहीं कर दिया जाता। वहीं, हमास ने कहा है कि वह सिर्फ तभी बंधकों को छोड़ेगा जब इस्राइल स्थायी युद्धविराम और अपने सैनिकों की वापसी पर राजी हो।