भारत के साथ खुलकर आया चीन, डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम पर जुबानी हमला
- दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- August 8, 2025
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नई दिल्ली। अमेरिका के भारत पर टैरिफ लगाने की चीन ने कड़ी आलोचना की है। चीन ने कहा कि अमेरिका टैरिफ को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इससे पहले भारत में चीन के राजदूत ने भी इसकी आलोचना की थी।
ट्रंप के टैरिफ साधा निशाना, भारत का समर्थन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के खिलाफ 50 फीसदी टैरिफ लगाने पर बीजिंग अब नई दिल्ली को बड़ा समर्थन मिला है। भारत में चीनी राजदूत शू फेइहोंग के अमेरिका को ‘बुली’ बताए जाने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने हमला बोला है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जैकून ने कहा कि अमेरिका रूसी तेल लेने पर भारत के खिलाफ टैरिफ लगाकर इसका दुरुपयोग कर रहा है। टैरिफ को लेकर चीन की एक स्पष्ट नीति है और इसका विरोध करता है। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका तकनीक और ट्रेड के मुद्दों को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। चीन का सरकारी मीडिया भी खुलकर भारत के समर्थन में लिख रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि चीन इस मौके को भुना रहा है और भारत को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहा है।
इससे पहले भारत में चीनी राजदूत ने एक्स पर एक पोस्ट करके अमेरिका पर कड़ा हमला बोला था। शू ने ट्रंप का नाम लिए बिना कहा, ‘बुली को एक इंच दो तो वह एक मील ले लेगा।’ उनकी इस टिप्पणी को भारत और ब्राजील को चीन के समर्थन से जोड़कर देखा जा रहा है। भारत की तरह से ही ब्राजील भी 50 फीसदी अमेरिकी टैरिफ का सामना कर रहा है। यह अमेरिका की ओर से किसी ट्रेडिंग पार्टनर पर लगाया गया सबसे ज्यादा टैरिफ है। इससे पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी अमेरिका का नाम नहीं लिया लेकिन टैरिफ को हथियार के रूप में इस्तेमाल करके अन्य देशों को दबाने के फैसले की आलोचना की थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत के खिलाफ 50 फीसदी टैरिफ लगाने पर बीजिंग अब नई दिल्ली को बड़ा समर्थन मिला है। भारत में चीनी राजदूत शू फेइहोंग के अमेरिका को ‘बुली’ बताए जाने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने हमला बोला है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जैकून ने कहा कि अमेरिका रूसी तेल लेने पर भारत के खिलाफ टैरिफ लगाकर इसका दुरुपयोग कर रहा है। टैरिफ को लेकर चीन की एक स्पष्ट नीति है और इसका विरोध करता है। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका तकनीक और ट्रेड के मुद्दों को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। चीन का सरकारी मीडिया भी खुलकर भारत के समर्थन में लिख रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि चीन इस मौके को भुना रहा है और भारत को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहा है।
इससे पहले भारत में चीनी राजदूत ने एक्स पर एक पोस्ट करके अमेरिका पर कड़ा हमला बोला था। शू ने ट्रंप का नाम लिए बिना कहा, ‘बुली को एक इंच दो तो वह एक मील ले लेगा।’ उनकी इस टिप्पणी को भारत और ब्राजील को चीन के समर्थन से जोड़कर देखा जा रहा है। भारत की तरह से ही ब्राजील भी 50 फीसदी अमेरिकी टैरिफ का सामना कर रहा है। यह अमेरिका की ओर से किसी ट्रेडिंग पार्टनर पर लगाया गया सबसे ज्यादा टैरिफ है। इससे पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी अमेरिका का नाम नहीं लिया लेकिन टैरिफ को हथियार के रूप में इस्तेमाल करके अन्य देशों को दबाने के फैसले की आलोचना की थी।
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