मूसलाधार बारिश से भीषण तबाही
- उत्तर प्रदेश दिल्ली राष्ट्रीय
Political Trust
- July 13, 2025
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अब तक उत्तर प्रदेश में 13 लोगों की मौत
Lakhnow-मूसलाधार बारिश से भीषण तबाही मची हुई है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और बुंदेलखंड में बारिश से आई तबाही की चपेट में आकर अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है। इनमें चित्रकूट में तीन लोगों की मौत, बांदा में दो और कानपुर देहात, उन्नाव, हमीरपुर में एक-एक मौत हुई है। चित्रकूट में सबसे ज्यादा 100 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक अभी मूसलाधार बारिश जारी रहेगी।
बुंदेलखंड समेत प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में शनिवार को अच्छी बारिश हुई। इससे तापमान में भी एक से दो डिग्री की गिरावट महसूस की गई। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अभी एक हफ्ते तक बारिश का दौर जारी रहेगा। इस दौरान कहीं कम तो कहीं मध्यम व तेज बारिश होती रहेगी।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि शनिवार को सबसे ज्यादा बारिश बुंदेलखंड क्षेत्र में दर्ज की गई। चित्रकूट में शनिवार शाम तक सबसे अधिक 216 मिमी. बारिश दर्ज की गई। वहीं कानपुर में 126 मिमी. और बांदा में 115 मिमी. बारिश दर्ज की गई।
कानपुर समेत आसपास और पूर्वांचल के जिलों में शुक्रवार रात से झमाझम बारिश हुई। कई जगहों पर बारिश का पानी घरों में घुस गया। बिजली-बारिश से चित्रकूट में तीन, बांदा में दो, कानपुर देहात, उन्नाव और हमीरपुर में एक-एक की मौत हो गई। चित्रकूट में सबसे ज्यादा 100 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। पूर्वांचल में बिजली गिरने से पांच मौतें हुईं।
बांदा में बदौसा थाना क्षेत्र के उतरवां शाहपुर के मजरा कल्लू पुरवा में शनिवार सुबह करीब बिजली गिरने से कच्चा मकान ढह गया। मां और दो बेटे मलबे में दब गए। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में एक बेटे को मृत घोषित कर दिया गया, बाकी दो का इलाज चल रहा है। कमासिन थाना क्षेत्र के दादौं गांव में बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई जबकि दो झुलस गए। बांदा में 24 घंटे में 46 एमएम बारिश दर्ज की गई।
चित्रकूट के भरतकूप में कच्चे मकान की छत और पहाड़ी क्षेत्र में मकान की दीवार गिरने से दो की मौत हो गई। मानिकपुर क्षेत्र में नाले में बह जाने से किसान की मौत हो गई। महोबा में शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार दोपहर झमाझम बारिश हुई। नाला, नहर और रपटे उफना गए। 20 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। लोगों को 20 से 30 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ा। बारिश का पानी विद्यालयों व घरों में भर गया। इससे स्कूली बच्चों को भी परेशानी हुई।
देर शाम तक 110 एमएम बारिश दर्ज की गई। हमीरपुर के कुरारा क्षेत्र के शिवनी गांव में धान की रोपाई कर रहे पांच मजदूरों पर बिजली गिर गई। इनमें से एक की मौत हो गई जबकि चार नदी-नाले उफना गए। कई गांव टापू बन गए। यहां 24 घंटे में 68 मिमी वर्षा दर्ज की गई। उन्नाव के बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के अलौलापुर गांव में धान की रोपाई कर रहे यवक की बिजली गिरने से मौत हो गई।
बुंदेलखंड समेत प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में शनिवार को अच्छी बारिश हुई। इससे तापमान में भी एक से दो डिग्री की गिरावट महसूस की गई। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अभी एक हफ्ते तक बारिश का दौर जारी रहेगा। इस दौरान कहीं कम तो कहीं मध्यम व तेज बारिश होती रहेगी।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि शनिवार को सबसे ज्यादा बारिश बुंदेलखंड क्षेत्र में दर्ज की गई। चित्रकूट में शनिवार शाम तक सबसे अधिक 216 मिमी. बारिश दर्ज की गई। वहीं कानपुर में 126 मिमी. और बांदा में 115 मिमी. बारिश दर्ज की गई।
कानपुर समेत आसपास और पूर्वांचल के जिलों में शुक्रवार रात से झमाझम बारिश हुई। कई जगहों पर बारिश का पानी घरों में घुस गया। बिजली-बारिश से चित्रकूट में तीन, बांदा में दो, कानपुर देहात, उन्नाव और हमीरपुर में एक-एक की मौत हो गई। चित्रकूट में सबसे ज्यादा 100 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। पूर्वांचल में बिजली गिरने से पांच मौतें हुईं।
बांदा में बदौसा थाना क्षेत्र के उतरवां शाहपुर के मजरा कल्लू पुरवा में शनिवार सुबह करीब बिजली गिरने से कच्चा मकान ढह गया। मां और दो बेटे मलबे में दब गए। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में एक बेटे को मृत घोषित कर दिया गया, बाकी दो का इलाज चल रहा है। कमासिन थाना क्षेत्र के दादौं गांव में बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई जबकि दो झुलस गए। बांदा में 24 घंटे में 46 एमएम बारिश दर्ज की गई।
चित्रकूट के भरतकूप में कच्चे मकान की छत और पहाड़ी क्षेत्र में मकान की दीवार गिरने से दो की मौत हो गई। मानिकपुर क्षेत्र में नाले में बह जाने से किसान की मौत हो गई। महोबा में शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार दोपहर झमाझम बारिश हुई। नाला, नहर और रपटे उफना गए। 20 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। लोगों को 20 से 30 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ा। बारिश का पानी विद्यालयों व घरों में भर गया। इससे स्कूली बच्चों को भी परेशानी हुई।
देर शाम तक 110 एमएम बारिश दर्ज की गई। हमीरपुर के कुरारा क्षेत्र के शिवनी गांव में धान की रोपाई कर रहे पांच मजदूरों पर बिजली गिर गई। इनमें से एक की मौत हो गई जबकि चार नदी-नाले उफना गए। कई गांव टापू बन गए। यहां 24 घंटे में 68 मिमी वर्षा दर्ज की गई। उन्नाव के बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के अलौलापुर गांव में धान की रोपाई कर रहे यवक की बिजली गिरने से मौत हो गई।